ग्वालियर के योग थेरिपिस्ट की चाइना के बीजिंग में मौत, शव के लिए भटक रहा परिवार
ग्वालियर। शहर के युवक योग थेरिपिस्ट की चाइना के बीजिंग में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह आठ महीने पहले नौकरी के लिए बीजिंग गया था। बीते बुधवार को उसने परिवार से वीडियोकॉल पर बात की थी, जिसके बाद उसका फोन बंद आने लगा। परिजनों ने जब उसके वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया तो युवक द्वारा सुसाइड करना बताया। तब से लेकर अभी तक परिजन शव पाने के लिए भारतीय दूतावास से संपर्क कर रहे हैं। हालांकि दूतावास द्वारा शव डेढ़ महीने के भीतर भारत आना बताया गया है।
परिजनों का आरोप है कि उसके वरिष्ठ अधिकारियों ने जहर देकर उसे फांसी पर लटकाया है। माधौगंज थाना क्षेत्र के रॉक्सी पुल निवासी सुरेन्द्र कुशवाह टैक्सी चालक है उनका इकलौता बेटा प्रबल कुशवाह पेशे से योग थेरिपिस्ट है। फरवरी माह में प्रबल को चाइना के बीजिंग से योग सेंटर में नौकरी के लिए ऑफर मिला था, इस ऑफर को अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट मानकर प्रबल चाइना नौकरी के लिए चला गया।
सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, इसी बीच कुछ दिनों से उसका फोन बंद आने लगा। परिजनों को शंका हुई तो उन्होंने चाइना बुलाने वाली सू- चाइन व मिस रोजी से संपर्क किया, तब इन लोगों ने परिजनों का फोन पिक नहीं किया। बीती शनिवार को जब संपर्क हुआ, तो उन्होंने बताया गया कि प्रबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इस सूचना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है, इसके साथ ही उसके परिजन भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
परिवार की विनती
इकलौते बेटे की विदेश में गई जान पर उसके पिता सुरेन्द्र कुशवाह ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से प्रबल के शव को जल्द से जल्द इंडिया लाने की गुजारिश की है। इसके साथ ही परिजन भारतीय दूतावास से प्रबल की मौत पर चाइना सरकार से निष्पक्ष जांच कराए जाने की विनती कर रहे हैं।
पैसों के लेनदेन का विवाद
परिजनों द्वारा लगाए जा रहे हत्या के आरोप पर उनके द्वारा बताया गया कि प्रबल ने कुछ दिन पहले पैसों के लेनदेन को लेकर ऑनर और उसके बीच झगड़ा होना बताया था। जिसके बाद इस घटना का होना सुसाइड नहीं बल्कि उसके ऑनरों द्वारा हत्या कर उसे फांसी पर लटकाया गया है।
परिजनों का आरोप, प्रबल की हुई है हत्या
प्रबल के परिजनों ने बताया कि उनकी आखिरी बार बात बीती 20 दिसम्बर को वीडियोकॉल के जरिए हुई थी, जिसके बाद दो दिन उसका फोन बंद गया तो परिजनों को शंका हुई। जिसके बाद उसके ऑनर सू- चाइन से संपर्क किया तो उन्होंने सीधा प्रबल द्वारा सुसाइड करना बताया है।
दूतावास से आया मैसेज, 45 दिन में आएगा शव
युवक की मौत के बाद भारतीय दूतावास और मृतक के परिजनों के बीच संपर्क हुआ है, जिसमें दूतावास ने प्रबल का शव इंडिया आने के लिए 40 से 45 दिन का समय लगना बताया है। वहीं मौत के मामले में दूतावास द्वारा प्रबल का फांसी पर लटका पाया जाना बताया गया है, जबकि परिजनों का इस घटना पर संशय बरकरार है।
परिवार में इकलौता बेटा था, वो भी नहीं बचा
इस मामले की जानकारी लगने पर जब मृतक के परिजनों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि प्रबल बचपन से ही पढ़ने में होशियार था वह अपनी दो बहनों के बीच इकलौता भाई था। उसकी मौत की खबर के बाद से परिजन बेसुध हैं, जिन्हें उसका शव आने के इंतजार में पल-पल भारी कट रहा है।