छत्रपति शिवाजी महाराज के जयकारों से गूंजा ग्वालियर
ग्वालियर। छत्रपति शिवाजी महाराज की 394 वीं जयंती शहर में धूमधाम से मनाई गई। महाराज बाड़ा से सुबह वाहन रैली और फिर अपरान्ह के समय शोभायात्रा निकाली गई। शिवाजी उद्यान और मराठा बोर्डिंग में अलग-अलग कार्यक्रम किए गए। दोनों जगह शिवाजी महाराज के जीवन-चरित्र पर प्रकाश डाला और उन्हें देश का सर्वश्रेष्ठ हिन्दू योद्धा भी निरूपित किया गया। वाहन रैली और शोभायात्रा में विभिन्न सामाजिक वर्गों से कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
वक्ताओं ने शिवाजी महाराज के अनझुए प्रसंगों पर भी अपनी बात रखी और बताया कि वे किस तरह से मुगलों की कैद से बचकर आए थे। शिवाजी महाराज की युद्धनीति का भी कोई मुकाबला नहीं था। मुगलों के खिलाफ छेड़े गए गुरिल्ला युद्ध की काट भी किसी के पास नहीं थी। कई बार इसी युद्ध नीति के तहत उन्होंने मुगलों का सफाया तक किया। शिवाजी उद्यान में सुबह छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र पर समाजसेवी बाल खांडे, विधायक सतीश सिकरवार सहित कई अन्य ने माल्यार्पण किया।
सुबह वाहन रैली,अपरान्ह शोभायात्रा निकली
महाराज बाड़ा से शिवाजी उद्यान तक वाहन रैली निकाली गई। रैली शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई शिवाजी उद्यान तक आई। वाहन रैली का रास्ते में कई जगह लोगों ने पुष्पवर्षा की। अपरान्ह के वक्त शोभायात्रा में पार्षद मोहित जाट, नीलिमा शिंदे, बाल राज शिंदे, नवीन परांडे सहित कई लोग शामिल रहे। शोभायात्रा महाराज बाड़ा से मराठा बोर्डिंग हाउस जयेन्द्रगंज तक पहुंची। शाम को वहां पर शिवाजी महाराज के जीवन-चरित्र पर प्रकाश डाला । वक्ताओं ने कहा कि शिवाजी जैसा शेर भारत में कोई दूसरा नहीं है।