पॉलीटेक्निक कॉलेजों के अतिथि व्याख्याता हड़ताल पर, कक्षाएं लगना बंद

पॉलीटेक्निक कॉलेजों के अतिथि व्याख्याता हड़ताल पर, कक्षाएं लगना बंद

ग्वालियर। शासकीय पॉलीटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों में पिछले 20 साल से 400 रुपए प्रति पीरियड में पढ़ा रहे अतिथि व्याख्याता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा महापंचायत नहीं बुलाने पर हड़ताल पर चले गए हैं। इसके कारण कॉलेजों में जिन विषयों की कक्षाएं अतिथि व्याख्याताओं के भरोसे हैं, वह लगना बंद हो गई हैं। पॉलीटेक्निक अतिथि विद्वान संघ के आव्हान पर अतिथि व्याख्याता 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर भोपाल में आमरण अनशन करेंगे, जिसमें प्रदेश भर से अतिथि व्याख्याता एकत्रित होंगे। अतिथि व्याख्याता 4 सितंबर को भोपाल रवाना होंगे। प्रदेश के 69 पॉलीटेक्निक और 5 इंजीनियरिंग कॉलेजों में लगभग 1 हजार अतिथि व्याख्याता कार्यरत हैं। 27 जनवरी 2022 को फ्रेशर व्याख्याताओं को 30 हजार रुपए मासिक वेतन का आदेश जारी किया गया था, मगर इसका पालन नहीं हुआ है।

सीएम ने महापंचायत बुलाने का आश्वासन दिया था

संघ के प्रदेश महासचिव देवीदीन अहिरवार ने बताया 11 अगस्त को भिंड में जनदर्शन यात्रा के दौरान अतिथि व्याख्याताओं ने सीएम शिवराज को राखी बांधकर ज्ञापन दिया था। तब उन्होंने महापंचायत बुलाने का आश्वासन दिया था। रथ में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे। अतिथि व्याख्याताओं ने 22 अगस्त को रविंद्र भवन से सीएम हाउस तक तिरंगा यात्रा निकाली थी, लेकिन सीएम ने महापंचायत नहीं बुलाई है। इसके विरोध में शिक्षक दिवस पर आमरण अनशन करने का निर्णय लिया गया है।

ये हैं प्रमुख मांगें

अतिथि व्याख्याताओं को डीटीई पोर्टल पर सार्वजनिक करके 12 महीने फिक्स मानदेय देकर स्थाई किया जाए। 65 वर्ष की उम्र तक स्थायित्व दिया जाए। महिला व्याख्याताओं को मातृत्व अवकाश दिया जाए। भविष्य में होने वाली भर्ती में 50 फीसदी पद अतिथि व्याख्याओं के लिए आरक्षित किए जाएं। फॉलेन आउट अतिथि व्याख्याताओं को पुन: नियुक्त किया जाए।