ग्रास लेबल के कर्मचारियों में जगी गणतंत्र दिवस पर सम्मानित होने की आस

ग्रास लेबल के कर्मचारियों में जगी गणतंत्र दिवस पर सम्मानित होने की आस

जबलपुर। 26 जनवरी पर नागरिकों से सीधे जुड़े सरकारी महकमों में पुरस्कृत होन के लिए सूचियां तैयारहो गई हैं। बस इस बार एक अंतर है कलेक्टर दीपक सक्सेना के आदेश के बाद इस बार सूची में उन ग्रास रूट के कर्मचारियों के नाम भी शामिल हो रहे हैं जो अपनी जान पर खेल कर अपने कर्तव्य को निभाते हैं। कलेक्टर के कुछ दिनों पूर्व जारी हुए आदेश के बाद ऐसे कर्मचारियों में उत्साह नजर आ रहा है जो हर बार अच्छा काम करने के बावजूद राष्ट्रीय पर्व पर सम्मानित होने से रह जाते हैं। ऐसे विभाग जिनके कर्मचारी जी-जान से सेवा में रत रहते हैं इनमें सबसे पहले आता है नगर निगम का फायर ब्रिगेड,जब अग्नि दुर्घटना होती है तो इसे काबू करने ये अपनी जान परखेल कर सीमित संसाधनों से आग पर काबू पाते हैं।

कई बार ये जख्मी भी हो जाते हैं मगर काम पूरा करने के बाद ही आराम लेते हैं। इनके बाद नगर निगम के ही स्वच्छता कर्मचारी हैं जो चाहे कड़कड़ाती ठंड हो,घनघोर बारिश या तपती धूप शहर को साफ-सुथरा करने में जुटे रहते हैं। इनके अलावा होम गार्ड, पुलिस कर्मी आदि शामिल हैं। इन सभी विभागों में उच्च पदस्थ अधिकारी तो पुरस्कृत हो जाते हैं मगर ग्रास रूट के कर्मचारी बाकी रह जाते हैं।

एप्रोच वाले ले जाते हैं पुरस्कार

हर बार 26 जनवरी,15 अगस्त जैसे राष्ट्रीय पर्व पर अच्छा काम करने वाले कर्मचारी, अधिकारियों को पुरस्कृत करने की परंपरा है जिसके तहत ध्वराजरोहण करने वाले मंत्री या संभागीय क मिश्नर या कलेक्टर ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हैं। इनमें अक्सर देखा जाता है कि अधिकारियों की चापलूसी करने वाले यह पुरस्कार ले जाते रहे हैं और वास्तविक कर्मचारी वंचित ही रह जाता है।

आज समारोह 

26 जनवरी का समारोह शुक्रवार को मनाया जाएगा। इसमें कलेक्टर के आदेश का कितना पालन हुआ है और कितने वास्तविक कर्मचारी पुरस्कृत हुए हैं ये सामने आ जाएगा। हालाकि ऐसे कर्मचारी पूरी उम्मीद कर रहे हैं कि कलेक्टर के आदेश का असर होगा और उन्हें भी सम्मान मिलेगा।

ग्रास रूट के कर्मचारियों को जिन्होंने अपनी सेवाएं अच्छी तरह से निभाई हैं को पुरस्कृत होना चाहिए,ऐसा आदेश भी जारी किया गया है। दीपक सक्सेना,कलेक्टर।

अग्नि दुर्घटना पर हमारी पूरी टीम जान पर खेल कर आग पर काबू पाती है। हर बार पुरस्कार की आस जगती है और खत्म हो जाती है। चंद दिनों की नौकरी बची है ऐसे ही कट जाएगी। गणेश प्रसाद रजक,फायर कर्मी,ननि