पेंट्रीकार की कढ़ाई में मिली फ्राई प्याज, अंडे, आलू को फिकवाया
जबलपुर। जबलपुर रेल मंडल में चलती गाड़ियों में यात्रियों को मिलने वाले खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करने के लिए रेलवे के अधिकारियों ने बुधवार को मंडल की चार प्रमुख ट्रेनों में अचानक छापामार कार्रवाई की। इस दौरान अधिकारियों की टीम ने अपने निरीक्षण में यात्री गाड़ियों के रसोई यान में उपलब्ध बनी हुई तथा बनने के पूर्व एकत्रित की गई खाद्य सामग्री की जांच की इस दौरान आलू, कढ़ाई में फ्राई प्याज, तथा उबले अंडे सहित अन्य सब्जियों को अमानक पाते हुए उन्हें उतारकर नष्ट किया गया साथ ही बनी हुई सब्जियों की भी गुणवत्ता की जांच करते हुए यात्रियों से उचित मूल्य से अधिक लेने की भी जांच की गई।
सीनियर डीसीएम विश्व रंजन के नेतृत्व में मंडल वाणिज्य प्रबंधक नितेश कुमार सोने एवं सहायक वाणिज्य प्रबंधक अखिलेश कुमार नायक,गुन्नार सिंह, स्टेशन निदेशक रामजी लाल यादव की टीम ने वाणिज्य विभाग के सुपरवाइजर तथा आरपीएफ अधिकारियों के साथ आज दोपहर मुंबई से चलकर हावड़ा जाने वाली मुंबई हावड़ा मेल ट्रेन नंबर 12322 के रसोई यान की जबलपुर स्टेशन मे जांच की।
पुरानी लग रही थी खाद्य सामग्री
इस जांच के दौरान इस पेंट्रीकार में आलू तथा प्याज , उबले हुए अंडे रखे पाए गए जो की काफी समय पुराने लग रहे थे और उनकी स्थिति भी उचित नहीं थी जिसे फें का गया। इसके साथ ही रसोइ यान में खाना बनाने में उपयोग किये जा रहे बर्तनों तथा पैक्ड खाद्य सामग्री की भी जांच की गई। हावड़ा मेल की पैंट्रीकार की जांच के उपरांत अधिकारियों की टीम ने पुणे से दानापुर जाने वाली मेल एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12149 तथा मुंबई से पाटलिपुत्र के बीच चलने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस गाड़ी नंबर 12141, मुंबई से बनारस के बीच चलने वाली सुपरफास्ट गाड़ी नंबर 12167 के रसोइ यान एवं वातानुकूलित श्रेणी में यात्रा कर रहे यात्रियों की जांच की गई। इस जांच के दौरान उक्त ट्रेनों में 18 यात्री बिना टिकट की यात्रा करते पाए गए जिनसे लगभग 20 हजार रुपए तथा 65 यात्री अनाधिकृत रूप से उच्च श्रेणी के कोच में यात्रा करने वालों से लगभग 33 हजार रूपए की राशि बतौर जुर्माना वसूल की गई।
वेटिंग टिकट धारकों को कोच से उतारा
इस जांच अभियान के दौरान वातानुकूलित कोचों में बैठे हुए वेटिंग टिकट धारी यात्रियों को भी उतरा गया साथ ही सामान्य श्रेणी की टिकट पर उच्च श्रेणी में बैठे यात्रियों से जुर्माना वसूल किया गया। इस प्रकार पूरी जांच के दौरान लगभग 85 यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए 53 हजार रूपए का जुर्माना वसूला गया एवं अनाधिकृत रूप से भारी लगेज का परिवहन करते हुए यात्रियों को भी पकड़ा गया तथा सामग्री को जब्त किया गया तथा चार अवैध वेंडर को भी पकड़ कर उतारा गया।