नि:शुल्क प्लास्टिक सर्जरी कर कइयों को दिया नया जीवन
इंदौर। सड़क हादसे, आगजनी और अन्य घटनाओं में अपना चेहरा खो चुके लोगों को न केवल अपनी पहचान लौटाई, बल्कि उनकी नि:शुल्क प्लास्टिक सर्जरी कर नया जीवनदान दे रही है, संस्था सहायता। सहायता पिछले 22 सालों से गरीब और जरूरतमंदों की सहायता करते आ रही है। संस्था ने अब तक 4,210 नि:शुल्क प्लास्टिक सर्जरी करा चुकी है। संस्था सचिव डॉ. अनिल भंडारी ने बताया कि यह सफर ग्रामीण क्षेत्र से शुरू हुआ था। जन्मजात शारीरिक विकारों (कटे होंठ, तालू) एवं किसी दुर्घटना के बाद छूटे निशानों एवं जलने के कारण समाज की मुख्य धारा के अलग हो जाते हैं, ऐसे लोगों की नि:शुल्क प्लास्टिक सर्जरी शुरू की गई थी। पहले यह कैंप ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर नि:शुल्क लगाते थे। निजी अस्पताल में एक से डेढ़ लाख रुपए में होती है, जिसे सहायता द्वारा नि:शुल्क कराई जाती है। हर साल कैंप लगाकर सर्जरी की जा रही है।
केस-1
देवास निवासी झुमकी बाई ने बताया कि गर्म पानी की वजह से चेहरा जल गया था, जिसके कारण आंख और नाक दोनों खराब हो गई थी। सांस लेने में भी दिक्कत आती थी। प्लास्टिक सर्जरी से बाद काफी राहत मिली है।
केस-2
खरगोन निवासी 22 वर्षीय अशोक चौहान ने बताया कि उसका चेहरे पर जन्मजात खराब था। चेहरे पर सफेद दाग जैसी बीमारी थी, जिसके कारण वह चेहरा छिपाकर रखता था। दो साल पहले एक सर्जरी हो चुकी है, जिसमें पूरी तरह से चेहरा ठीक नहीं हुआ था। कोरोना के चलते दो साल बाद दूसरी सर्जरी हुई है, जिसके बाद चेहरा ठीक हो गया है।