ब्रिटेन में गोरी लड़कियों को निशाना बना रहा पाकिस्तानी मर्दों का गैंग : गृहमंत्री
लंदन। ब्रिटेन की गृहमंत्री सुलेला ब्रेवरमैन ने एक हालिया इंटरव्यू में कहा है कि ब्रिटिश पाकिस्तानी मर्दों का गैंग गोरी लड़कियां, जिन्हें गुमराह करना आसान होता है, उनकी परिस्थिति का फायदा उठाकर उन्हें निशाना बनाते हैं। स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में ब्रेवरमैन ने कहा, जो हम देख रहे हैं, ये एक प्रैक्टिस है कि गोरी अंग्रेज लड़कियां जो किसी तरह की चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में होती हैं, जिन्हें गुमराह करना आसान है, उन्हें ब्रिटिश-पाकिस्तानी मर्दों के गैंग ड्रग्स देते हैं, उनका रेप करते हैं और फायदा उठाते हैं। हमने देखा है कि राज्य की एजेंसियां- पुलिस और समाजिक कार्यकर्ता भी ऐसे मामलों में पीड़ितों से नजर फेर लेते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें नस्लभेदी कहलाए जाने का डर होता है और वो राजनीतिक विवाद पैदा करने से बचते हैं। इसका नतीजा ये होता है कि हजारों बच्चों का बचपन छिन जाता है।
बच्चों का यौन उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ नया टास्कफोर्स गठित
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बच्चों और लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई रोकने वाले राजनीतिक रवैये की निंदा की। साथ ही, उन्होंने इस तरह के गिरोहों पर नकेल कसने के लिए एक नए टास्कफोर्स के लिए योजनाएं भी पेश की। नए ग्रूमिंग गैंग टास्कफोर्स में पुलिस की मदद करने के लिए विशेषज्ञ अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। यह टास्कफोर्स बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच में पुलिस की मदद करेगा और यौन उत्पीड़न के लिए बच्चों से भावनात्मक संबंध बनाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए जांच करेगा। सुनक का यह बयान गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस तरह के अपराध करने वाले समूह में सभी व्यक्ति ब्रिटिश-पाकिस्तानी हैं, लेकिन अधिकारियों ने राजनीतिक नीतियों के चलते और नस्लवादी तथा धर्मांध कहे जाने के डर से इन अपराधों के प्रति अपनी आंखें मूंद रखी हैं।