जीआरएमसी: एनएमसी की टीम कभी भी दे सकती है दस्तक, तैयारी जारी

जीआरएमसी: एनएमसी की टीम कभी भी दे सकती है दस्तक, तैयारी जारी

ग्वालियर। गजराराजा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को इन दिनों एनएमसी के निरीक्षण की चिंता सता रही है, क्योंकि जिन विभागों में अभी एमडी की सीट नहीं हैं उनके लिए प्रबंधन ने नेशनल मेडिकल कमीशन ने अप्लाई किया है और यह टीम दिसंबर के महीने में कभी भी निरीक्षण के लिए आ सकती है। सीटों में बढ़ोतरी के लिए यह निरीक्षण काफी महत्वपूर्ण होता है, अगर एनएमसी की टीम संतुष्ट नहीं होगी तो मान्यता नहीं मिलेगी। इसी की वजह से जीआरएमसी प्रबंधन इन दिनों चर्म एवं स्किन रोग विभाग, टीबी एवं चेस्ट, रेडिएशन अंकोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री एवं फोरेंसिक मेडिसिन में विशेष जोर दिया जा रहा है।

यहां पर डॉक्टरों स्टाफ से लेकर मरीजों के उपलब्ध बेड सहित अन्य सभी जरूरतें पूरी की जा रही हैं। जीआरएमसी प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज के विभिन्न विभागों में 163 एमडी की सीटें, हैं लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी इन विभागों में यह सीटें नहीं बढ़ पार्इं जिसकी वजह से इस बार प्रबंधन की ओर से आवेदन किया गया है। हालांकि एमबीबीएस के मामले में अभी भी जीआरएमसी प्रदेश के दूसरे मेडिकल कॉलेज से पिछड़ा हुआ है।

हर विभाग में मिल सकती हैं तीन सीटें

प्रबंधन की ओर से सभी तैयारियां पूरी होने की बात कही जा रही है, लेकिन देखना यह है कि टीम इनसे कहां तक संतुष्ट होती है। इसके लिए मुख्य शर्त यह है कि एमडी की सीट के लिए फैकल्टी पूरी होनी चाहिए, जिसमें हर विभाग में प्रोफेसर के साथ ही एसोसिएट एवं असिस्टेंट प्रोफेसर होना जरूरी है। इसके साथ ही प्रबंधन की ओर से इस निरीक्षण के लिए हर विभाग की ओर से फीस के तौर पर 2.50 लाख रुपए जमा कराए हैं।

जीआरएमसी के पांच विभागों में एमडी की सीटें नहीं हैं, इसलिए हमने इसके लिए एनएमसी में आवेदन किया है। इसके लिए प्रबंधन ने फीस जमा कराई है। हमारी तैयारी पूरी है, कभी भी टीम निरीक्षण के लिए आ सकती है। इनके अलावा बाकी के विभागों में एमडी की सीटें हैं, एनएमसी से मान्यता मिलने के बाद 15 एमडी की सीटें और बढ़ जाएगी। डॉ. केपी रंजन, पीआरओ जीआरएमसी