एनएमसी से जीआरएमसी को मिली एमएस, एमडी की सीटें
ग्वालियर। गजराराजा मेडिकल कॉलेज को चिकित्सा की बेहतरी के लिए लगातार एनएमसी से सफलता प्राप्त हो रही है। न्यूरोलॉजी एवं कार्डियोलॉजी के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन से अब आर्थोपेडिक एवं पैथोलॉजी विभाग में अच्छी खबर आई है। एनएमसी ने जीआरएमसी को आर्थोपेडिक एमएस एवं पैथोलॉजी एमडी की सीट में इजाफा किया है।
कॉलेज के पीआरओ डॉ. केपी रंजन ने बताया कि एनएमसी के द्वारा एमएस आर्थोपेडिक्स 08 से बढ़ाकर 10 सीट की एवं एमडी (पैथोलॉजी) में 09 से बढ़ाकर 13 सीटों के लिए मान्यता प्राप्त हुई हैं। जिसके लिए एनएमसी की टीम द्वारा 14 फरवरी को दोनों विभागों एवं अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। डॉ. अक्षय निगम, अधिष्ठाता के सकारात्मक एवं अथक प्रयासों से गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में आर्थोपेडिक्स एवं पैथोलॉजी विभाग की बढ़ी हुई सीटों की मान्यता प्राप्त हुई है। इस नई उपलब्धि के बाद अब आर्थोपेडिक्स विभाग से कुल 10 एमएस (आर्थोपेडिक्स) एवं पैथोलॉजी विभाग से कुल 13 एमडी पैथोलॉजी चिकित्सक मिलेंगे, जिससे ग्वालियर अंचल को स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया आयाम स्थापित होगा।
कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी में पहले ही मिली सीट
जीआरएमसी को पिछले 15 दिनों में एनएमसी से काफी सीटों में बढ़ोतरी की गई है। न्यूरोलॉजी के बाद एक दिन पहली कार्डियोलॉजी में डीएम की सीट प्रदान कर दी है। इसके बाद जीआरएमसी प्रदेश का पहला ऐसा कॉलेज बन गया है जहां पर डीएम की पढ़ाई अगले सत्र से प्रारंभ हो पाएगी। जीआरएमसी अभी भी एमबीबीएस की सीटों के मामले में प्रदेश के कुछ कॉलेजों से पीछे है, क्योंकि यहां पर अभी एमबीबीएस की केवल 180 सीटें ही हैं, जबकि कई कॉलेजों में यह बढ़कर 250 हो चुकी हैं।