फ्रांस के इंजीनियर सिखाएंगे मदन महल के झूला पुल बनाने के गुर

फ्रांस के इंजीनियर सिखाएंगे मदन महल के झूला पुल बनाने के गुर

जबलपुर। प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर का काम 3 साल से जारी है। इसके 80 फीसदी काम को पूरा करने का दावा किया जा रहा है। अब इसमें मदनमहल स्टेशन पर बनने वाले झूला पुल और दमोहनाका से आगे बढ़ाए जाने वाले एक्सटेंशन का काम बाकी है। कहा जा रहा है कि सितंबर अक्टूबर तक कंपलीट हिस्से में 90 फीसदी जगह में यातायात शुरू कर दिया जाएगा। वहीं मदनमहल पर बनाए जाने वाले झूला पुल के लिए फ्रांस से आए इंजीनियरों से गुर सीखे जा रहे हैं।

एक हजार करोड़ रुपए बजट के इस फ्लाई ओवर के एलीवेटेड कॉरीडोर यानि मूल फ्लाई ओवर एक्सटेंशन को छोड़कर का काम पूर्णता पर है। बीते 3 सालों में लोक निर्माण विभाग सेतू और ठेकेदार नागार्जुन कंस्ट्रक्शंस कंपनी सहित जिला प्रशासन पर आम नागरिकों ने भारी लानत-मलानत भी की हैं और काम कब पूरा होगा ये पूछा जा रहा है। अब इस बारे में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सितंबर-अक्टूबर तक नीचे की सड़कों पर 90 फीसदी यातायात शुरू हो जाएगा।

रैंप क्लीयर करने पर फोकस

जिन स्थानों पर रैंप के काम पूरे होते जाएंगे वहां यातायात शुरू कर दिया जाएगा। ये काम क्रमश: किया जाएगा। पहले एलआईसी- महानद्दा पर यातायात शुरू होगा। इसके बाद यादव कॉलोनी, रानीताल और इसके बाद गेट नंबर 2 यातायात थाना रोड और सबसे बाद में मदनमहल स्टेशन के दोनों रैंप शुरू होंगे। अभी महानद्दा से गुलाटी पेट्रोल पंप की ओर बाईं साइड नीचे की सड़क का काम चल रहा है। वैसे तो तीनों रैंप के काम इस समय तेजी पर हैं। कलवर्ट का काम भी जारी है। सीमेंटेड रोड के अधूरे कामों को पूरा किया जा रहा है। फिलहाल विभाग का फोकस सभी 6 रैंप में यातायात शुरू करने पर है। जिन जगहों पर काम कंपलीट हो रहा है वहां लगे हाथ पौधरोपण भी कराया जा रहा है।

जल्द होगी उच्चस्तरीय बैठक

काम की प्रगति देख विभाग में अब फाइनल डिसीजन की तैयारी होने लगी हैं। मुख्य अभियंता सतीश चंद्र वर्मा,कार्यपालन यंत्री रामानुज विश्वकर्मा सहित विशेष प्रभार पर काम देख रहे इंजीनियर गोपाल गुप्ता और अन्य एक्सपर्ट्स के साथ बैठकों के दौर पर दौर चालू है। सूत्र बताते हैं कि जल्द ही एक उच्चस्तरीय बैठक होने वाली है जिसमें फ्लाई ओवर को चालू करने के स्वरूप पर चर्चा और निर्णय होंगे। एक्सटेंशन के काम वाले दमोहनाका में 35 रैंप बनने हैं लेकिन अब तक मात्र 7 रैंप बने हैं और वे भी अधूरे हैं।

इसलिए ली जा रहीं हैं विदेश से आए विशेषज्ञों की सेवाएं

बताया जा रहा है कि मदनमहल स्टेशन में चल रहे काम में तकनीकी पेंच अधिक है और काम भी बहुत भारी भरकम है। यही वजह है कि यहां लगने वाले समय को काउंट नहीं किया जा रहा है। यहां चल रहे काम की गति बढ़ाने के लिए ही फ्रांस से बुलवाए गए इंजीनियरों की सेवाएं ली जा रही हैं।

काम पर एक नजर

  •  सितंबर-अक्टूबर से रैंप सड़क चालू करने पर विचार 
  • नीचे दोनों तरफ की सड़कें बनाने का काम तेज 
  • डिवाइडर पर लगने लगे आकर्षक पौधे 
  • 80 फीसदी काम पूरा करने का दावा 
  • रंगाई-पुताई के साथ फिनिशिंग का काम चल रहा

फ्लाई ओवर जल्द से जल्द कंपलीट हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि सितंबर-अक्टूबर तक फ्लाई ओवर के नीचे की सड़कों पर 90 फीसदी यातायात शुरू हो सके। -रामानुज विश्वकर्मा, कार्यपालन यंत्री, लोनिवि सेतु