एचडीएफसी बैंक की पांच शाखाओं से दो करोड़ की धोखाधड़ी, दो गिरफ्तार

एचडीएफसी बैंक की पांच शाखाओं से दो करोड़ की धोखाधड़ी, दो गिरफ्तार

जबलपुर। एचडीएफसी बैंक की सिविल लाइन, अधारताल, रांझी, धनवंतरी नगर और तिलहरी शाखा में उप परीक्षक की मिली भगत से नकली जेवर रखकर 83 गोल्ड लोन खातों में नकली गोल्ड रखवाकर करोड़ो का लोन लेकर हड़प लिया गया। मामले की शिकायत एचडीएफसी बैंक के लोकेशन मैनेजर ने एसपी आदित्य प्रताप सिंह से की थी। जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस को मामले की जांच सौपी गई थी। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों पर मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

बताया जा रहा है कि एलआईजी पुनीत नगर अधारताल निवासी विक्रम सिंह चौहान एचडीएफसी बैंक के लोकेशन मैनेजर ने एसपी आदित्य प्रताप सिंह से शिकायत की थी कि विगत वितीय वर्ष में कुछ ग्राहकों के द्वारा लिए गए गोल्ड लोन के नियमित ऑडिट में दो ग्राहक गोहलपुर अमखेरा न्यू रामनगर निवासी मनोज कुमार पटेल का लोन 194800 रुपए 22 अगस्त 2022 और गणेश नगर कछपुरा निवासी राहुल यादव का लोन 274400 रुपए का 2 अगस्त 2022 को एचडीएफसी बैंक शाखा सिविल लाइन से निष्पादित हुआ था। सीआईसी विभाग के परीक्षक अजय कुमार सोनी ने आडिट के दौरान स्वर्ण आभूषणों को देखने पर उनकी शुद्धता पर संदेह होने पर संबंधित दोनों ग्राहको को नोटिस भेजकर उन आभूषणों की जांच के लिए बुलाया गया।

ग्राहकों को नोटिस भेजने और लगातार बुलाने पर भी जब दोनों ग्राहक बैंक में नहीं आए, तो बैंक ने नियम के मुताबिक आभूषणों की जांच कराई गई। जिसमें पता चला कि बैंक को लोन में अमानत के तौर पर दिए गए आभूषण नकली है। आभूषणों पर सोने की परत चढ़ाई गई है। बैंक अधिकरियों ने संदेह पर नकली पाए गए आभूषणों की जांच कराई गई। जिसमें आभूषण नकली पाए गए। नकली पाए गए अन्य आभूषणों, ऋण ग्रहिताओं की प्रोफाइल और बैंक द्वारा नियुक्त जांच परीक्षक की जानकारी निकाली गई तो वह सभी ऋण प्रक्रिया में बैंक द्वारा नियुक्त उपपरीक्षक सोनी भवन के पास गोकलपुर रांझी निवासी सत्य प्रकाश सोनी ने उन आभूषण का परिक्षण किया जाना पता चला।

बैंक अधिकारियों ने उपपरीक्षक सत्यप्रकाश सोनी द्वारा परिक्षण किए गए आभूषणों जिसके आधार पर बैंक की अन्य ब्रांचो से लोन लिए गए थे उनकी भी जांच कराई गई, जिसमें सिविल लाइन, अधारताल, रांझी, धनवंतरी नगर एवं तिलहरी शाखा में नकली आभूषण अमानत के तौर पर रखकर कुल 83 ऋण जिसकी कुल राशि 1 करोड़ 99 लाख 76 हजार रुपए है निष्पादित किया जाना पाया गया।

3 हजार का लालच देकर उनके नाम से कराया लोन

ग्राहकों से बैंक अधिकारियों द्वारा पूछताछ करने पर, मनोज कुमार पटेल, विवेक कुमार झारिया और गौरव कुमार रंजन ने बताया की उनके परिचित कालीमठ आमनपुर निवासी अंकित सैनी, राम मैरिज गार्डन अधारताल निवासी पंकज विश्वकर्मा और नानक नगर मानेगांव रांझी निवासी शुभम साहू के द्वारा उन्हें 2-3 हजार रुपए देने का वादा कर उनके नामों से ऋण करवाया गया था और उक्त ऋण प्राप्त करने के लिए जो स्वर्ण आभूषण दिए गए थे वह भी उन्ही लोगों के द्वारा उपलब्ध करवाए गए थे। उक्त सभी लोगों द्वारा बैंक से गोल्ड लोन लिया गया है उक्त सभी लोगों के आभूषण जांच में नकली पाए गए है। जब बैंक द्वारा उक्त ऋण के लिए उपलब्ध कराए गए आभूषणों की जांच करवाई गई तो मनोज कुमार पटेल, विवेक कुमार झारिया व गौरव कुमार रंजन के आभूषण नकली पाए गए। बैंक अधिकारियों द्वारा जब उपपरीक्षक सत्यप्रकाश सोनी से पूछताछ की गई, तो उसने आभूषणों की जांच में चूक हो जाना बात कहीं गई।

दो आरोपी गिरफ्तार, रिमांड पर होगी पूछताछ

इस प्रकार बैंक के उपपरीक्षक सत्य प्रकाश सोनी, खाता धारक अंकित सैनी, पंकज विश्वकर्मा, शुभम साहू और अन्य के द्वारा षड़यंत्र पूर्वक बैंक के साथ कुल 1 करोड़ 99 लाख 76 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर बैंक को क्षति पहुंचाई गई है।