प्रदेश में पहली बार इंदौर एयरपोर्ट पर चेहरा दिखाकर होगी यात्रियों की एंट्री
इंदौर। इंदौर एयरपोर्ट पर प्रवेश के लिए यात्रियों को अब आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज दिखाने की औपचारिकताओं से जल्द मुक्ति मिलने वाली है। दरअसल, इंदौर एयरपोर्ट पर भी डिजी यात्रा सेवा शुरू की जाएगी। ऐसा करने वाला इंदौर प्रदेश का पहला एयरपोर्ट होगा। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा पिछले साल देश के कुछ प्रमुख एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा सेवा शुरू की थी। अगले चरण में इंदौर में भी इसे शुरू किया जाएगा। दो दिन पहले इस संबध में एक बैठक भी एयरपोर्ट पर हुई है। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए करीब 50 लाख रुपए का बजट मिला है।
इससे अलग कांउटर बनाए जाएगे। पूरी व्यवस्था शुरू होने में करीब तीन माह लगेंगे। अधिकारियों के अनुसार, यह तकनीक फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (एफआरटी) पर आधारित तकनीक है। डिजी यात्रा का लक्ष्य एयरपोर्ट पर यात्रियों की निर्बाध और संपर्क रहित प्रवेश प्रक्रिया को बनाना है। इसके अतिरिक्त एयरपोर्ट पर विभिन्न जांच पांइट पर यात्री की उसके चेहरे से ही पहचान कर उसे प्रवेश दिया जाता है। इससे समय बच जाता है।
दस्तावेज दिखाने से मिलेगी मुक्ति
अधिकारियों के अनुसार गूगल प्ले स्टोर या आईओएस ऐप स्टोर से डिजी यात्रा ऐप डाउनलोड करने के बाद, यात्री नाम, ईमेल पता, मोबाइल नंबर और पहचान दस्तावेज (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी आदि) जैसे विवरण साझा करके इस आईडी को प्राप्त कर सकेंगे। यह जानकारी दर्ज करने के बाद एक डिजी यात्रा आईडी बन जाएगी। इसे टिकट बुक करते समय साझा करना होगा। बदले में एयरलाइन कंपनियां इस आईडी और यात्री डेटा को संबधित एयरपोर्ट के साथ साझा कर देगी। एयरपोर्ट के डिजी यात्रा के प्रवेश गेट पर यात्री जैसे ही अपना पीएनआर डालेगा। उसके चेहरे को कैमरा कै प्चर कर लेगा और इसके बाद सीधे प्रवेश मिल जाएगा। यहां पर उसे दस्तावेज दिखाने से मुक्ति मिल जाएगी। वर्तमान में यात्रियों को कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है, जिसमें उनका काफी समय लगता है। डिजी सेवा शुरु होने के बाद समय की काफी बचत होगी।
भारत के इन शहरों में है अभी डिजी सेवा
इस समय यह सुविधा सात हवाईअड्डों पर उपलब्ध है। इसे पहली बार एक दिसंबर, 2022 को दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरु हवाईअड्डों पर लांच किया गया था। वर्तमान में डिजी यात्रा सुविधा विजयवाड़ा, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता में भी उपलब्ध है। डिजी यात्रा सुविधा चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी (एफआरटी) के आधार पर काम करती है।