पांच सदस्यीय जांच समिति गठित, 7 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की विधि अध्ययनशाला में विभागाध्यक्ष और विद्यार्थियों के बीच विवाद और गरमा गया है। विभागाध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने दूसरे दिन भी धरना-प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में शनिवार को धरना-प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष प्रो. अर्चना रांका के साथ कुलपति डॉ. रेणु जैन को हटाने की भी मांग को लेकर भंवरकुआ तक रैली निकाली।
समर्थन में उतरे टीचर्स एसोसिएशन
वहीं देवी अहिल्या टीचर्स एसोसिएशन भी विभागाध्यक्ष में समर्थन में उतर गया है। एसोसिएशन का कहना है किसी दबाव और राजनीति के चलते प्रो. रांका का अहित होता है तो सभी विभागाध्यक्ष भी इस्तीफा दे देंगे। सूत्रों के अनुसार इस मामले में एसोसिएशन जल्द ही कुलपति को लिखित पत्र सौंप सकता है।
जांच समिति में अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल
स्कूल आफ लॉ कॉलेज विभागाध्यक्ष प्रो. अर्चना रांका के खिलाफ विद्यार्थियों द्वारा की गई शिकायतों के मामले में कुलसचिव अजय वर्मा ने पांच सदस्यीय जांच समिति बना दी है। समिति सात दिन में उक्त मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेंगी। जांच समिति में अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश प्रो.नरेन्द्र सत्संगी, प्रो. व्हीबी गुप्ता, प्रो. संगीता जैन, डॉ. किरणबाला सलूजा, अति. संचा. इंदौर संभाग, समन्वयक डॉ. लक्ष्मीकान्त त्रिपाठी को बनाया गया है।
एबीवीपी ने सीएम और उच्च शिक्षामंत्री को किया ट्वीट
एबीवीपी ने इस मामले में मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री को ट्वीट किया है। साथ ही सोमवार से होने वाली फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा का बहिष्कार करने की बात भी एबीवीपी ने कही है, जिसके चलते कुलपति डॉ. रेणु जैन ने विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रोफेसरों की बैठक बुलाई। सभी की सहमति के बाद डॉ. अर्चना रांका को छुट्टी पर भेज दिया। विधि अध्ययनशाला का प्रभारी डॉ. विजय बाबू गुप्ता को सौंपकर सोमवार को परीक्षा करवाने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि 5 मार्च को विभागाध्यक्ष और विद्यार्थियों के बीच खेल बंद करने की बात पर विवाद हो गया था। इससे नाराज विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष को हटाने की मांग की है। शुक्रवार से धरना-प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों का कहना है विभागाध्यक्ष द्वारा आए दिन उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इस मामले में कुलपति डॉ. रेणु जैन ने शुक्रवार को विभागाध्यक्ष को हटाने से इनकार कर दिया था।
इनका कहना है...
इतनी बड़ी बात नहीं थी, जिसके चलते विद्यार्थियों को प्रदर्शन की जरूरत पड़े। इस मामले को कोई बढ़ावा दे रहा है, जिसके चलते मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है। विद्यार्थियों की नाराजगी को देखते हुए विश्वविद्यालय ने जांच समिति बना दी है। वहीं विभागाध्यक्ष भी छुट्टी पर उतर गई हैं। उक्त मामले की हर स्तर पर जांच की जाएगी। विद्यार्थियों की हर बात मानी जाए यह संभव नहीं है। -डॉ. रेणु जैन, कुलपति डीएवीवी