सुपर स्पेशलिटी में हुई पहली गैस्ट्रो सर्जरी, सात घंटे चला ऑपरेशन, बनाई नई खाने की नली

सुपर स्पेशलिटी में हुई पहली गैस्ट्रो सर्जरी, सात घंटे चला ऑपरेशन, बनाई नई खाने की नली

ग्वालियर। जीआरएमसी के अधीन आने वाले सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को जिस उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है वह अब धीरे-धीरे साकार होता नजर आ रहा है। इस अस्पताल में पहली गैस्ट्रो सर्जरी हुई, यानिकि अब मरीजों को गैस्ट्रो सर्जरी के लिए प्राइवेट अस्पताल में महंगे चार्ज से छुटकारा मिल गया है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीनियर गैस्ट्रो सर्जन ने सात घंटे की लंबी सर्जरी कर 22 साल के युवक की समस्या का समाधान किया है। दरअसल एक युवक पांच दिनों पहले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पहुंचा, सागर से उपचार कराने आया युवक पिछले 7 महीनों से खाने-पीने के लिए परेशान था, वह कई जगह डॉक्टरों को दिखा चुका था, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा था।

इसी की वजह से वह ग्वालियर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुंचा, यहां पर डॉक्टरों ने परीक्षण किया तो मालूम पड़ा कि कुछ महीनों पहले एसिड पीने से उसकी आंतें सिकुड़ गई थीं, जिसके चलते वह कुछ खा नहीं पा रहा था। इसके बाद डॉक्टरों ने इसकी शुक्रवार को सर्जरी की और अब यह मरीज खतरे से बाहर है और अस्पताल में करीब एक सप्ताह तक इसे निगरानी में रखा जाएगा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की बात की जाए तो यह करीब पांच साल पहले बनकर तैयार हुआ था, लेकिन इसके प्रारंभ होने के पहले की कोविड का प्रकोप शुरू हो गया था और इसी की वजह से इसमें मरीज भर्ती नहीं हो पाए थे, इसके बाद करीब दो साल पहले इसमें मरीजों को भर्ती एवं ओपीडी की सुविधा शुरू की गई।

सर्जरी में यह रहे शामिल

इस सर्जरी को लीड गैस्ट्रो सर्जन डॉ. श्रीवास्तव ने किया, डॉक्टरों के मुताबिक यह सर्जरी कठिन थी, इसमें बड़ी आंत से खाने की नई नली बनाई गई। इसमें गैस्ट्रो सर्जन डॉ. श्रीवास्तव के साथ एसआर डॉ. अजेनेलू, एनेस्थीसिया विभाग की एचओडी डॉ. निलिमा टंडन एवं उनकी टीम के सदस्यों के साथ जूनियर डॉक्टर शामिल रहे। ऑपरेशन लगभग करीब सात घंटे तक चला।

डीन की पहल का दिखा असर

सुपर स्पेशलिटी में इस नई सुविधा का श्रेय डीन डॉ. अक्षय निगम को जाता है, क्योंकि जिन गैस्ट्रो सर्जन ने यह सर्जरी की, वह अभी तक जेएएच के सर्जरी विभाग में सेवाएं दे रहे थे और सुपर स्पेशलिटी में सुविधा के अभाव में मरीज परेशान हो रहे थे। इसी के चलते हाल ही में डीन डॉ. निगम ने अभी चंद दिनों पहले आदेश पारित कर इन्हें सुपर स्पेशलिटी में पदस्थ किया है।

यह मरीज सात दिन पहले सागर से आया था पहले कई डॉक्टरों को दिखा चुका था, एसिड पीने से इसकी खाने की नली सिकुड गई थी। इसी की वजह से इसकी कोलोन पुल अप सर्जरी कर इसकी नई खाने की नली बनाई गई और अब मरीज खतरे से बाहर है। आशीष श्रीवास्तव,गैस्ट्रो सर्जन,

सुपर स्पेशलिटी में मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, मॉर्निंग के साथ इवनिंग ओपीडी सहित अन्य सुविधाओं के साथ अब गैस्ट्रो सर्जरी की सुविधा भी हमारे यहां मिल हैं। डॉ. जीएस गुप्ता,अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल