सिर से उठा पिता का साया, बेटी की मदद के लिए थाना स्टाफ ने बढ़ाया हाथ
ग्वालियर। बीस साल तक थाने में परिवार की तरह सेवाएं देने वाले एक सदस्य की मौत के बाद पूरे थाना स्टाफ ने उनकी बेटी के सुगम भविष्य के लिए हाथ बढ़ाया है। मामला चीनौर थाने का है जहां 20 साल से थाना स्टाफ के लिए भोजन बनाने वाले पिता की मौत के बाद बेटी की शादी और उसके भविष्य के लिए पूरे थाना स्टाफ ने अपनी सैलरी से रकम एकत्रित उनके परिवार को सौंपी है। चीनौर थाना स्टाफ की इस सराहनीय पहल की हर कोई तारीफ कर रहा है। जबकि थाना स्टाफ इस कार्य को उनके परिवार के लिए एक छोटी सी पहल बताकर भविष्य में हर संभव मदद करने का आश्वासन दे रहा है।
आपको बता दें कि देहात के भितरवार सर्किल में आने वाले चीनौर थाने के पुलिस स्टाफ ने बीस साल तक थाने में रसोई संभालने वाले शंकर दादा के परिवार की आर्थिक मदद की है। खास बात यह है कि शंकर ही अपने परिवार का मुखिया था जिनकी मौत के बाद परिवार से मुखिया का साया उठ गया था। इसके बाद उनके परिवार की मदद के लिए थाना प्रभारी चीनौर राजीव बिरथरे और पूरे स्टाफ ने अपनी सैलरी से 93500 रुपए एकत्रित कर बिटिया को दिए। इसके साथ ही पुलिस स्टाफ ने इस सराहनीय कार्य को छोटी सी पहल बताते हुए शंकर के परिवार को भविष्य में हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
रिश्ता देखने जाने वाले थे शंकर
आपको बता दें कि चीनौर थाने में रसोई संभालने वाले शंकर का देहांत बीती 6 जनवरी को हुआ था। जिससे एक दिन पहले ही शंकर बेटी के लिए रिश्ता देखने जाने की कहकर थाने से घर गए थे।
पिता का साया उठा तो थाने ने बढ़ाया हाथ
अपने परिवार से दूर रहकर बीस साल तक चीनौर थाने में पुलिस स्टाफ के लिए भोजन व्यवस्था करने वाले शंकर की मौत के बाद थाना स्टाफ ने उनके परिवार के लिए हाथ बढ़ाकर हर संभव मदद का संकल्प लिया है।
परिवार से ज्यादा थाने में रहे शंकर
चीनौर थाना प्रभारी राजीव बिरथरे ने बताया कि शंकर अपने परिवार से ज्यादा समय थाने में दिया करते थे। वह सुबह सात बजे आकर भोजन व्यवस्था कर रात दस बजे घर जाते थे।