मेला प्राधिकरण को खाली दुकानों के लिए नहीं मिल रहे दुकानदार

मेला प्राधिकरण को खाली दुकानों के लिए नहीं मिल रहे दुकानदार

ग्वालियर। व्यापार मेले में हर बार दुकानों के लिए मारामारी रहती थी और कारोबारी दुकानों के लिए सिफारिशें या फिर अपनी दुकान दूसरों को देने का आरोप लगाते थे, लेकिन इस बार पहली बार ऐसा हुआ है जब मेले में दुकानें खाली पड़ी हुई हैं। प्राधिकरण को इन दुकानों के लिए किराएदार नहीं मिल रहे हैं। मेले में करीब एक दर्जन ऐसी दुकानें हैं जो कि अब भी खाली पड़ी हुई हैं। ऑफलाइन बुंकग में जब यह दुकानें नहीं घिरीं तो प्राधिकरण ऑनलाइन निविदा निकाली लेकिन इसके बाद भी किसी ने रूचि नहीं दिखाई। मेला व्यापारी संघ के पदाधिकारी 50 से अधिक दुकानें खाली होने की बात कह रहा है, जो दुकानें खाली पड़ी हैं वह अब भर पाना मुश्किल लग रहा है, मेले को शुरू हुए एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है और तय घोषणा के अनुसार 25 फरवरी तक मेला चलेगा, ऐसे में कारोबारी पूरा किराया देकर कुछ दिनों के लिए दुकानें लेना नहीं चाह रहे हैं। हालांकि कारोबार की बात की जाए तो जिन सेक्टर में भीड़ चल रही है, उनमें कारोबार अधिक चल रहा है और अभी तक कुल 900 करोड़ से अधिक का व्यापार हो चुका है।

मंगलवार और रविवार रहता है फुल

व्यापार मेले में भीड़ की बात की जाए तो सबसे अधिक भीड़ रविवार एवं मंगलवार को नजर आती है इन दिनों में मेले के सभी सेक्टर में पैर रखने की जगह नहीं है, इसके साथ अन्य किसी सरकारी अवकाश के दिन भी ग्वालियर अंचल के साथ प्रदेश के अन्य शहरों से भी लोग ग्वालियर व्यापार मेला आते हैं। मेले में कारोबार की दृष्टि से बात की जाए तो सबसे अधिक व्यापार केवल ऑटोमोबाइल सेक्टर में हो रहा है इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक व झूला सेक्टर में भी अच्छी खासी ग्राहकी चल रही है। मेला प्राधिकरण की अव्यवस्थाओं से मेला व्यापारी संघ के कुछ सदस्य खफा हैं, क्योंकि प्राधिकरण मेला शुरू होने के पहले से लेकर अभी तक खामियों को दूर नहीं कर पाया है।