हरदा की पटाखा फैक्ट्री में धमाका, 11 की मौत, दूर-दूर तक बिखरे पड़े थे शव
हरदा। हरदा शहर के बैरागढ़ इलाके में मंगलवार को सुबह 11 बजे पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट हो गया। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं 200 से अधिक घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसे की सूचना पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। विस्फोट इतना भयानक था कि सड़कों पर दूर-दूर तक शव बिखरे हुए थे। कहीं किसी का कटा हाथ पड़ा था, तो कहीं किसी के पैर का पंजा। लोग दूर उछलकर गिरे लोगों की लाशों को चादर से ढंकते नजर आए। घायलों को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम रेफर किया गया। 40 किमी दूर तक कंपन: दावा है कि धमाके से 40 किमी दूर सिवनी मालवा की धरती तक कांप गई। बैरागढ़ से करीब 35 किमी दूर टिमरनी में घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। वहीं, घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर सरकारी अस्पताल के कांच चटक गए। फैक्ट्री मालिक समेत 3 गिरμतार: फरार चल रहे फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल व रफीक खान को रात 9 बजे राजगढ़ के सारंगपुर से गिरμतार कर लिया गया। इन पर हरदा सिविल लाइन थाने में 304,308 औरधारा 34 में केस दर्ज किया गया है।
हम अंदर काम कर रहे थे। शटर लगी थी, अचानक धमाके की आवाज आई। फिर सब चिल्लाने लगे, भागो-भागो.. भगदड़ मच गई, हम भी भगाने लगे। जमीन हिल गई थी, चारों तरफ आग ही आग थी। फैक्ट्री से हम बाहर आ गए। फिर ब्लास्ट हुआ। कई लोग वहां मरे पड़े थे। मेरे जेठ, जेठानी और उनके बेटे को भी ज्यादा चोट आई है। 4 मंजिला इमारत थी। चारों μलोर पर लोग काम में लगे थे। मेरे साथ एक हॉल में करीब 150 महिलाएं और बच्चे थे। मेरे साथ वाली महिला के 3 बच्चे तो मिल ही नहीं रहे हैं। -रुखसार, घटना में बाल-बाल बची वर्कर
सुबह 11.30 बजे पटाखा फैक्ट्री से करीब 800 मीटर दूर घंटाघर बाजार में खड़ा था। अचानक विस्फोट हुआ। कुछ लोग फैक्ट्री की ओर भागे। 11.40 बजे एक और बड़ा धमाका हुआ और चीख-पुकार मच गई। जो लोग मदद के लिए गए थे, वे भी भागने लगे। ब्लास्ट से फैक्ट्री में पत्थर, लोहे के टुकड़े और टीन शेड 500 मीटर दूर जान बचाकर भाग रहे लोगों पर गिरे। विस्फोट से उड़ा एक पत्थर सिर पर लगने से एक शख्स की मौत हो गई। वहीं, टीन से किसी का हाथ ही कट गया। आसपास के कच्चे मकान ढह गए। -संतोष कसदे, प्रत्यक्षदर्शी
कलेक्टर ने फैक्ट्री सील कर दी थी, तत्कालीन संभागायुक्त ने खुलवा दी
हरदा एसडीएम केसी परते के अनुसार, कई शिकायतों के बाद एसपी के निरीक्षण और रिपोर्ट पर वर्तमान कलेक्टर ने फैक्ट्री सील कर दी थी और नियंत्रक को लाइसेंस रद्द करने के लिए लिखा था, जो तत्कालीन कमिश्नर ने खुलवा दी। यह फैक्ट्री 3 बार सील हो चुकी है। इसके मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और प्रदीप अग्रवाल हैं। फैक्ट्री सील होने पर तीनों हाईकोर्ट गए थे। तीन साल पहले फैक्ट्री में हुई थी 3 मौतें: पटाखा फैक्ट्री में कई घटनाएं हुई हैं। तीन साल पहले बारूद भरते समय एक परिवार की तीन महिलाएं जान गंवा चुकी हैं। इस मामले सहित राजेश और सोमेश अग्रवाल दो बार जेल जा चुके है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दु:ख: घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम नरेंद्र मोदी ने दु:ख जताया है। पीएम ने कहा कि दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मृत्यु से व्यथित हूं।
मुख्यमंत्री बोले- किसी को बख्शा नहीं जाएगा
भोपाल। सीएम डॉ. मोहन यादव ने घटना को लेकर मंत्रालय में आपात बैठक बुलाकर तत्काल मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी तथा डीजी होमगार्ड को घटनास्थल रवाना किया। उन्होंने जांच के लिए पीएस गृह संजय दुबे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है। शाम को वह घायलों से मिलने हमीदिया अस्पताल पहुंचे। सीएम बुधवार को हरदा जाएंगे। वहीं राहत और बचाव कार्य के लिए एसीएस स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में छह सदस्यीय एक अन्य कमेटी भी बनाई गई है। सीएम ने कहा कि हादसे के जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मृतकों के परिजनों को प्रदेश से 4, केंद्र से 2 लाख मिलेंगे: हादसे में मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए की सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा मप्र सरकार ने की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री सहायता कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए दो-दो लाख रु. की सहायता की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में चल रही सभी पटाखा फैक्ट्रियों की जांच कराई जाएगी। डॉ. मोहन यादव सभी कलेक्टर्स से 24 घंटे में जिलों में संचालित फटाखा फैक्ट्री के संचालन लाइसेंस की शर्तों की जांच कर रिपोर्ट तलब की है।