सोशल मीडिया इंफ़्लूएंसर्स के जरिए युवाओं को साधने की कसरत, भाजपा-कांग्रेस दोनों में होड़

बॉलीवुड एक्टर्स से सोशल मीडिया इन्फ़्लूएंसर्स तक पहुंचा चुनावी प्रचार का सफर

सोशल मीडिया इंफ़्लूएंसर्स के जरिए युवाओं को साधने की कसरत, भाजपा-कांग्रेस दोनों में होड़

भोपाल। बीत गए वो दिन जब किसी चुनावी सभा में बॉलीवुड के कलाकारों को बुलाकर भीड़ जुटाई जाती थी और वो भीड़ वोटों में भी काफी हद तक तब्दील हो जाती थी। सोशल मीडिया के इस जमाने में सुनहरे पर्दे के स्टार्स की जगह सोशल मीडिया इंμलूएंसर्स ने ले ली है। नेता बड़े हों या छोटे, सभी इनकी शरण में जाने को मजबूर हैं। वजह, आने वाले चुनाव में जो यंग वोटर अपना वोट डालेंगे उन्होंने टीवी, सिनेमा या दूसरा कुछ मोबाइल पर ही देखा है। वे ओटीटी पर फिल्में, वेब सीरीज देखते हैं और सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता काफी ज्यादा है। इसलिए उनके स्टार्स, आइकन भी सोशल मीडिया पर ही हैं। यही वजह है कि प्रचार के पारंपरिक माध्यमों से हटकर नेता अब नए मोबाइल अवतार में नजर आ रहे हैं। नेता सोशल मीडिया इंμलूएंसर्स से मिलकर वैसे ही इंटरव्यू और दूसरे प्रेजेंटेशन दे रहे हैं जो यूथ को पसंद हैं। यह पिछले लोकसभा चुनाव में शुरू हो चुका था, लेकिन अब काफी बड़े रूप में सामने आ रहा है। इंμलूएंसर्स का सहारा लेने का ट्रेंड : हाली ही में लल्लनटॉप के यू ट्यूब चैनल के एडिटर सौरभ द्विेदी ने मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का इंटरव्यू किया था। सीएम के इंटरव्यू को अब तक 10 लाख और नरोत्तम मिश्रा के इंटरव्यू को 14 लाख व्यूज मिल चुके हैं। टीवी से आगे निकले आॅनलाइन इंटरव्यू: गूगल और कांतार इंडिया की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, देश में 75.2 करोड़ एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं। इनमें से 45 फीसदी का मानना है कि उनके सर्कल्स में आॅनलाइन न्यूज, टीवी की अपेक्षा ज्यादा पसंद की जाती है। इसी तरह यू ट्यूब के इंटरव्यू भी टीवी की जगह ज्यादा पसंद किए जाते हैं। वहीं, इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन के डायरेक्टर अपार गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें आश्चर्य हुआ कि मायजीओवी (सरकारी वेबसाइट) ने इंμलूएंसर्स के साथ काम करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर एम्पैनलमैंट तक निकाल दिया।

भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों ने भी दिए

इंटरव्यू : यूथ तक आसान पहुंच बनाने के लिए भाजपा के बड़े नेताओं ने भी ऐसे ही इंटरव्यूज का सहारा लिया। 5 केंद्रीय मंत्रियों ने इस तरह के इंटरव्यू दिए। यह प्रक्रिया माय जीओवी द्वारा कराई गई, जो देश के नागरिकों का इंगेजमेंट बढ़ाने का प्लेटफॉर्म है। इंटरव्यू यूट्यूबर रनवीर इलाहाबादिया (बीरबाइसेप्स) और राज शामानी ने किया। इलाहाबादिया ने केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर और शामानी ने नितिन गडकरी का इंटरव्यू लिया था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर के भी इंटरव्यू किए गए। यू ट्यूब पर रनवीर के पास 59 लाख और शामानी के पास करीब15 लाख फॉलोअर्स हैं।

राजस्थान सरकार ने तय की राशि:

सोशल मीडिया इंμलूएंसर्स की पैठ को देखते हुए राजस्थान सरकार ने 26 जून को उन्हें एड के लिए राशि देने तक की घोषणा की। रीच को देखते हुए 10 हजार से 5 लाख रुपए महीने की राशि इंμलूएंसर को दी जाएगी।

राहुल ने लिया सहारा

सितंबर 2022 में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ यात्रा शुरू की तो देशभर के मीडिया के अलावा कांग्रेस के आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर इसका जोरदार करवेज किया। इस दौरान सोशल मीडिया इंμलूएंसर काम्या जानी का इंटरव्यू यू ट्यूब पर काफी पॉपुलर हुआ। खाने की टेबल पर लिया गया यह इंटरव्यू राजनीति से हटकर राहुल की पसंद-नापसंद पर था। इसका टाइटल था- मेरी पहली सैलरी और पसंदीदा खाना। 32 मिनट के इंटरव्यू की रील्स और चंक्स भी बने, जिनकी कुल व्यूअरशिप 1.5 करोड़ से ज्यादा है। इस इंटरव्यू की यूथ में बहुत ज्यादा अपील है। इसे इसलिए कराया गया, क्योंकि यूथ का जो हिस्सा राजनीति में इंट्रेस्ट नहीं रखता, वो भी भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ सके। इसकी सफलता ने यूथ कनेक्ट के नए रास्ते खोल दिए और सोशल मीडिया इंμलूएंसर्स भी चुनाव में जुड़ने लगे।