आबकारी विभाग को मिले 8652 करोड़ बीते वर्ष से 213 करोड़ ज्यादा
ग्वालियर। प्रदेश में विदेशी-देशी मदिरा के साथ बीयर की लगातार खपत बढ़ने के चलते लगता है कि मधुशालाओं के प्रति मोह बढ़ा है। शायद यही कारण है कि चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में 8652 करोड़ का राजस्व मिल चुका है, जो बीते साल के आंकड़ों की अपेक्षा 213 करोड़ ज्यादा है। हालांकि खपत के मामले में देशी मदिरा में 03 व विदेशी मदिरा में 7 के अलावा बीयर में 1.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आबकारी विभाग के आंकड़ों में चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश शासन ने लगभग 13843 करोड़ के राजस्व जुटाने का टारगेट दे रखा है और उसका पीछा करते हुए विभागीय अमले ने लगभग 8652 करोड़ राशि की प्राप्ति कर ली है।
हालांकि बीते वर्ष 2022 के नवंबर तक आबकारी विभाग को 8439 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई थी। लेकिन चालू वित्तीय वर्ष में आबकारी अमला बीते वर्ष से 213 करोड़ ज्यादा वसूली कर आगे चल रहा है। वहीं अभी भी नए वर्ष 2024-25 की शुरूआत होने में लगभग 95 दिन शेष हैं और वसूली के लिए आबकारी विभाग को 5191 करोड़ की राशि वसूल करना बकाया है। जिसके चलते आबकारी अमले को प्रतिदिन लगभग 54.65 करोड़ की राशि वसूली का टारगेट सामने है।
खपत में भी लगातार हो रही है वृद्धि
आबकारी विभाग के खपत के डाटा पर नजर डालने से पता लगता है कि प्रदेश में सुराप्रेमियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और उसी के चलते देशी मदिरा में 3 प्रतिशत व विदेशी मदिरा में 7 के अलावा बीयर में 1.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि खपत की वृद्धि का आंकड़ा बीते वित्तीय वर्ष से तुलनात्मक रूप से लिया गया है और फाइनल आंकड़ा वर्ष समाप्ति पर ही हो सकेगा।