आबकारी विभाग को तीन ई-टेंडर प्रक्रिया में मिले 2525 करोड़ रुपए
ग्वालियर। आबकारी विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तीन ई-टेंडर प्रकिया में केवल 218 शराब समूहों से 2525 करोड़ की राशि ही मिल पाई है। वहीं ठेकेदारों की उदासीनता के चलते नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने के पांच दिन पहले 3673 करोड़ के 219 शराब समूह ठेकों पर जाने के लिए ई-टेंडर प्रोसेस में हैं। जानकारों का कहना है कि ठेकों में सबसे ज्यादा परेशानी 70 प्रतिशत से ज्यादा रिन्यूअल हो चुके जिलों में बचे समूहों को लेकर है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आबकारी विभाग द्वारा प्रदेश के 52 जिलों में लगभग 1135 कम्पोजिट शराब समूहों से रिजर्व प्राइज लगभग 13073 करोड़ से ज्यादा राशि का राजस्व प्राप्त करने के लिए ठेके देने की प्रोसेस जारी की हुई है। जिसके पहले दो चरणों में आबकारी विभाग को 708 शराब समूहों के जाने से 6269.72 करोड़ की राशि मिली थी और 14 से 18 मार्च तक तीसरे चरण वाली लॉटरी प्रक्रिया होने के बाद 131 शराब समूहों के लिए आवेदन आने के बाद कुल 839 शराब समूह ठेके पर जाना तय हो गए थे और उसके बाद चौथे चरण में आबकारी विभाग द्वारा 296 ग्रुप के ई-टेंडर करने के बाद केवल 21 शराब समूहों के टेंडर ही गए हैं। वहीं 25 मार्च को 275 शराब समूहों के लिए पूरी हुई ई-टेंडर प्रक्रिया में केवल 66 शराब समूह से भी 800 करोड़ की राशि मिली है। जिसके बाद आबकारी को अभी तक 916 शराब समूहों के ठेके पर जाने से कुल 9400 करोड़ की राशि मिल गई है।
ठेकेदारों पर टिकी है 219 शराब समूहों को लेने की आस
पांच चरण पूरा होने के बाद 219 कम्पोजिट शराब समूहों को ठेके पर देकर 3673 करोड़ का रिजर्व प्राइज प्राप्त करने का टारगेट बकाया रह गया है। जानकारों की मानें तो 27 मार्च तक ई- टेंडर प्रक्रिया का अगला चरण जारी है, जिसमें उदासीन ठेकेदारों को मनाकर ठेके पर देने के लिए विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।
अभी 219 शराब समूहों को देने के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया जारी है। आखिरी प्रक्रिया में 66 शराब समूहों के जाने से विभाग को 800 करोड़ का राजस्व मिला है। ओपी श्रीवास्तव, आबकारी आयुक्त, मध्यप्रदेश