देश में हर वर्ष 97 हजार लोगों की टीबी से मौत, 24 लाख मरीज
वाराणसी। दुनियाभर में शुक्रवार को 24 मार्च को वर्ल्ड टीबी डे मनाया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने यूपी के वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में सालाना 24 लाख टीबी के केस पाए जाते हैं और उनमें से 97 हजार लोगों की हर साल टीबी की वजह से मौत हो जाती है। उन्होंने कहा, टीबी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की जिंदगियों को बचाने का प्रयास करते हुए 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और दुनिया के सामने 2025 के अंत तक भारत को टीबी मुक्त करने की प्रतिबद्धता रखी थी, जबकि पूरे विश्व ने 2030 का लक्ष्य रखा था। डॉ. मंडाविया ने कहा, जन- भागीदारी की भावना के साथ, पीएम नरेंद्र मोदी 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले, 2025 तक टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, टीबी को खत्म करने की दिशा में पिछले 8 सालों में उठाए गए कदमों के तहत हमें अच्छे परिणाम मिले हैं।
मोदी ने कर्नाटक और जम्मू- कश्मीर को दिया अवॉर्ड
कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कोई भी टीबी मरीज इलाज से छूटे नहीं, इसके लिए हमने नई रणनीति पर काम किया। टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए, उनके ट्रीटमेंट के लिए, हमने उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा है। टीबी की मुμत जांच के लिए हमने देशभर में लैब्स की संख्या बढ़ाई है। मोदी ने कहा, आज भारत में टीबी के मरीजों की संख्या कम हो रही है। इस मौके पर मोदी ने कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर को टीबी मुक्त अवार्ड से सम्मानित किया गया है।