प्राधिकरण के अल्टीमेटम के बाद भी मेले में नहीं पहुंच रहे कारोबारी, कई सेक्टर वीरान

प्राधिकरण के अल्टीमेटम के बाद भी मेले में नहीं पहुंच रहे कारोबारी, कई सेक्टर वीरान

ग्वालियर। व्यापार मेले के शुरूआत होने के बाद भी मेला अन्य सालों की तुलना में इस बार फीका नजर आ रहा है। मेला शुरू हुए पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन अधिकतर कारोबारी यहां कारोबार करने नहीं पहुंच रहे हैं, जबकि उनकी दुकानें भी बुक है इसी की वजह से कुछ सेक्टर पहले की तरह वीरान से नजर आ रहे हैं। दुकानें लगाने को लेकर प्राधिकरण द्वारा अल्टीमेटम भी दिया गया था, लेकिन इसकी समय सीमा भी शनिवार को समाप्त हो गई है, लेकिन चंद व्यापारियों ने प्राधिकरण के कहने पर मेले में कारोबार प्रारंभ किया लगभग 45 फीसदी ही मेला अभी लगा हुआ है, बाकी का अधिकतर सेक्टर में अब भी व्यापारियों को इंतजार है तो कहीं पर शोरूम बनाने का काम चल रहा है।

इसी की वजह से इस आधे अधूरे मेले की वजह से यहां पहुंचने वाले सैलानी भी नाराज नजर आ रहे हैं। मेले के कारोबार में ऑटोमोबाइल सेक्टर का कितना महत्वपूर्ण स्थान रहता है, क्योंकि मेले की छूट की घोषणा वाहन बाजार के लिए होनी है, लेकिन दूसरे कारोबारी भी अभी मेले से दूरी बनाए हुए हैं। गत वर्ष छूट मिलने की वजह से यह कारोबार बढ़कर रिकार्ड 1500 करोड़ तक पहुंच गया था।

धीमी तैयारी, समितियां भी गठित नहीं

मेले प्राधिकरण ने पहले 30 दिसंबर तक मेला लगाए जाने की अल्टीमेटम दिया था और इसके बाद कार्रवाई की बात कही गई थी, लेकिन अब प्राधिकरण भी इन्हें एक मौका और देने के मूड में नजर आ रहा है। अधिकारियों का कहना है कारोबारी क्यों नहीं आ रहे है इसका पता लगाया जाएगा। संभागायुक्त ने बैठक लेकर तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक सांस्कृतिक कलेंडर से लेकर समितियां गठित करने का काम भी धीमी गति से चल रहा है, अभी मेला का औपचारिक शुभारंभ को लेकर भी प्राधिकरण खामोश है।

कारोबारियों को 30 तक दुकानें लगाने के अल्टीमेटम दिया था, अब कारण जाना जाएगा कि व्यापारियों क्यों नहीं आ रहे हैं। अधिकतर व्यापारी या सेक्टर आ चुके हैं बचे हुए भी आने वाले आठ से दस दिनों में मेले में आ जाएंगे, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में शोरूम बनाने का काम जारी है। वाहनों पर छूट की घोषणा भोपाल से होनी है। निरंजन लाल श्रीवास्तव, सचिव मेला प्राधिकरण