मणिपुर में जातीय संघर्ष से भारत की छवि खराब हो रही है: अधीर
इंफाल। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को कहा कि मणिपुर में जातीय संघर्ष भारत की छवि को खराब कर रहा है और इसे समाप्त करने के लिए सभी दलों को एक शांतिपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश करनी होगी। विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचा और पीड़ितों से मुलाकात की। अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन, सांसदों ने इंफाल, बिष्णुपुर जिले के मोइरांग और चुराचांदपुर में कई राहत शिविरों का दौरा किया और जातीय हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की। चौधरी ने शनिवार शाम संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री कुछ नहीं कह रहे हैं और देश को गुमराह कर रहे हैं।
सीबीआई ने शुरू की वीडियो मामले की जांच
सीबीआई ने मणिपुर में चार मई को भीड़ द्वारा दो महिलाओं का कथित यौन उत्पीड़न किए जाने संबंधी उस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है, जिसका वीडियो इस महीने की शुरूआत में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने संबंधी इस घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हो गया था। गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था, जो मणिपुर में हिंसा संबंधी छह मामलों की जांच पहले ही कर रही है। राज्य पुलिस ने थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में 18 मई को अज्ञात हथियारबंद व्यक्तियों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने मणिपुर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के संबंध में अपनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी है। संघीय एजेंसी पूर्वोत्तर राज्य में डीआईजी रैंक के अधिकारी के तहत अपने विशेष जांच दल को पहले ही तैनात कर चुकी है।
इंडिया का मणिपुर दौरा मात्र दिखावा : अनुराग
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर नेकहा विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के सदस्यों का दौरा मात्र दिखावा है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जब पूर्ववर्ती सरकारों के शासन में मणिपुर जलता था, तब उन लोगों ने संसद में एक भी शब्द नहीं कहा, जो अब पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रहे हैं।
नासिक में विरोध मार्च के दौरान हिंसा, 10 घायल
मणिपुर में दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की घटना के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक जिले के सताना शहर में निकाले गए विरोध मार्च के दौरान हुई हिंसा में दस पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस सिलसिले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है। मणिपुर में हुई घटना की निंदा करने के लिए एकलव्य आदिवासी संगठन, कुछ अन्य आदिवासी संगठनों और वंचित बहुजन अघाड़ी द्वारा इस विरोध मार्च का आयोजन किया गया था।