एलिवेटेड रोड सेकंड फेस-चंबल से पानी लाने वाले प्रोजेक्ट रूके
ग्वालियर। लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता लगते ही ग्वालियर के जलसंकट को दूर करने के लिए चंबल नदी से पानी लाने की पाइप लाइन वाले 458 करोड़ व लक्ष्मीबाई समाधि से गिरवाई तक बनने वाले एलिवेटेड रोड सेंकेण्ड फेस वाले 699 करोड़ की शुरूआत को लेकर कुहासा छा गया है। क्योंकि दोनों ही प्रोजेक्टों की जमीनी कार्य चालू नहीं हो पाया है। जिसके चलते तय हो गया है कि अब चुनाव परिणाम आने तक ठेकेदारों को काम शुरू करने के लिए रूकना होगा।
लक्ष्मीबाई समाधि से गिरवाई तक लगभग 7.42 किमी एलिवेटेड रोड परियोजना के दूसरे चरण के लिए भोपाल स्थित लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मुख्यालय ने बीते फरवरी महीनें के आखिरी सप्ताह में तीन महीने लंबी चली प्रक्रिया के बाद दूसरे फेस के निर्माण के लिए कंपनी का नाम फाइनल किया था और तत्काल इसका पत्र भी पीडब्ल्यूडी के स्थानीय अधिकारियों को भेजकर बताया था कि अब दिल्ली की पीएनसी इंफ्राटेक कंपनी 699 करोड़ रुपए की लागत से स्वर्ण रेखा में एलिवेटेड रोड का निर्माण करेगी। लेकिन चुनावी आचार संहिता आने के ठीक पहले विभागीय अधिकारी दस्तावेजी कार्रवाई पूरी करने में उलझी रही, जिससे जमीनी कार्य की शुरूआत नहीं हो सकी है।
अनुबंध जारी होने को, सर्वे का काम पूरा
ग्वालियर की पेयजल आपूर्ति हेतु चम्बल नदी (90 एमएलडी) व कोतवार डेम (60 एमएलडी) के पानी को ग्वालियर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स तक पंपिंग कर लाने के कार्य हेतु अमृत 2.0 के तहत फर्म इनवायर्ड प्रोजेक्ट प्रा.लि. को 458.68 करोड़ व कार्य पूर्ण होने पर 05 वर्ष तक ओएनडम के लिए 16.12 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति के बाद अनुबंध दिए जाना है। हालांकि अनुबंध मिलने के पहले ठेकादारी फर्म जमीनी सर्वे का काम शुरू कर दिया है। जिसके चलते तय है कि आचार संहिता समाप्त होते ही जमीनी कार्य शुरू हो जाएगा।