भारत-पाक, अमेरिका समेत दुनिया के 78 देशों में अगले साल होंगे चुनाव
वाशिंगटन। साल 2023 अब विदा होने वाला है और दुनिया अगले साल के स्वागत की पूरी तैयार कर चुकी है। अगले साल कई वैश्विक घटनाएं होने वाली हैं और अगला साल पूरी दुनिया के लिए चुनावी साल साबित होने वाला है और दुनिया भर में 4 अरब 20 करोड़ से ज्यादा लोग चुनावों में भाग लेंगे। वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अगले साल 78 देशों में 83 राष्ट्रीय स्तर के कार्यकारी या विधायी चुनाव होंगे और हम 2048 तक, एक साल में इतने सारे चुनाव फिर से नहीं देखेंगे। साल 2024, अभी तक इतिहास में सबसे बड़ा चुनावी वर्ष साबित होने वाला है और इससे पहले आज तक ऐसा नहीं हुआ है, जब एक साल के अंदर इतने ज्यादा देशों में चुनाव हुए हों, जो दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की स्थायी शक्ति का प्रदर्शन करता है। बता दें, जिन देशों में चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें से कई देश जी20 और जी7 जैसे दुनिया के कुछ शक्तिशाली समूहों का हिस्सा हैं, जिसका मतलब है कि कई देशों में होने वाले चुनाव का भारी भू-राजनीतिक प्रभाव हो सकते हैं और अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य भी प्रभावित होने की संभावना है।
भारत में 60 करोड़ वोटर्स, दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव
भारत के 2024 के चुनावों का बहुत महत्व है, क्योंकि मई में 60 करोड़ से ज्यादा मतदाता देश की किस्मत का फैसला करेंगे। जनमत सर्वेक्षणों से पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा अभी भी कांग्रेस और उसके सहयोगियों से काफी आगे चल रही है। इसी महीने भाजपा ने 4 में से 3 राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है, जिसके बाद लोकसभा चुनाव के लिए मैदान सज चुका है। मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत ने आक्रामक डिप्लोमेसी की शुरुआत की है और खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर प्रोजेक्ट किया है, लिहाजा अगर मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, तो भारत वैश्विक राजनीति को और आक्रामक अंदाज में आगे बढ़ाएगा।
रूस में सिर्फ औपचारिकता, ब्राजील-तुर्की में नपा चुनाव
ब्राजील-तुर्की जैसे कुछ स्थानों पर आम चुनाव नहीं होंगे, बल्कि स्थानीय या नगर पालिका चुनाव होंगे, जिसमें पूरा देश भाग लेगा। यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देश, ब्लॉक की अगली संसद का भी चुनाव करेंगे। हालांकि, कुछ देशों में चुनाव महज चुनावी औपचारिकताएं होंगी, जो मौजूदा सत्ता संरचनाओं पर जैसे कि रूस। बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं डालेंगी।
अमेरिका में बाइडेन-ट्रंप में होगा दिलचस्प मुकाबला
अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगा। उम्मीद है कि 16 करोड़ अमेरिकी वोटर्स को लुभाने डेमोके्रट राष्ट्रपति जो बाइडेन नवंबर में, रिपब्लिकन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनावी मैदान उतरेंगे। अमेरिका में अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर में चुनाव होंगे और 2025 में 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।
मई में द. अफ्रीका के साथ कई देशों में होंगे चुनाव
मई में दक्षिण अफ्रीका में चुनाव होंगे, जिन्हें 1994 में रंगभेद की समाप्ति के बाद से सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अन्य देशों में अल्जीरिया, बोत्सवाना, चाड, कोमोरोस, घाना, मॉरिटानिया, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नामीबिया, रवांडा, सेनेगल, सोमालीलैंड, दक्षिण सूडान, ट्यूनीशिया और टोगो शामिल हैं।
पाक-बांग्लादेश में चुनाव जनवरी में बांग्लादेश में चुनाव होंगे। वहीं फरवरी में दो मुस्लिम आबादी वाले देशों (पाकिस्तान और इंडोनेशिया) में लगभग एक हμते के अंतर पर चुनाव होंगे। पाक में स्पष्ट नहीं कि कौन सरकार बनाएगा। वहीं इंडोनेशिया में पीएम जोको विडोडो का सत्ता में लौटना करीब करीब तय है।
यूरोप के इन देशों में चुनाव
इसबीच यूरोप में अगले 12 महीनों में 10 से ज्यादा संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। फिनलैंड, बेलारूस, पुर्तगाल, यूक्रेन, स्लोवाकिया, लिथुआनिया, आइसलैंड, बेल्जियम, यूरोपीय संसद, क्रोएशिया, आॅस्ट्रिया, जॉर्जिया, मोल्दोवा और रोमानिया यूरोप के सबसे बड़े चुनाव चक्र में मतदान करेंगे।