न्यायालय के बाहर आपसी सहमति से मुकदमों में होगी समझौते की कोशिशें
इंदौर। न्यायालय में कानूनी उलझनों के चलते प्रकरणों के निराकरण में सालों लग जाते हैं। अब इंदौर में सर्व समाज के बीच मध्यस्थता करने की अनोखी पहल यादव समाज ने की है कानूनी प्रकरणों को आपसी निराकरण मध्यप्रदेश राज्य विधिक सहायता प्राधिकरण द्वारा निर्देश अनुसार मध्यस्थता केंद्र की शुरुआत यादव समाज ने रविवार को की है। इस अवसर पर सभी समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
इस अवसर पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक गुलशन यादव ने बताया रविवार को पश्चिम क्षेत्र के महाराणा प्रताप नगर बाणगंगा क्षेत्र में नगर निगम सभागृह में सर्व समाज के लिए मध्यस्थता केंद्र का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव थे। सांसद शंकर लालवानी, रिटायर्ड आईजी अशोक यादव, पूर्व कुलपति डॉ. नरेंद्र धाकड़, डॉ. रमेश मंगल, उस्ताद रमेश यादव, निंबू पहलवान, डॉ. रमन यादव, आरसी यादव, फादर बिशप एंटोनी, सेवानिवृत्त न्यायाधीश एवं मध्यस्थता मास्टर ट्रेनर (कोऑर्डिनेटर) मोहम्मद शमीम आदि मंच पर मौजूद।
अतिथि स्वागत कार्यक्रम संयोजक गुलशन यादव, राजेश यादव ने किया। संचालन लखन यादव किया। शहर के विभिन्न समाजों से वरिष्ठ काउंसलर डॉ. आरडी यादव, पुरुषोत्तम यादव, दिनेश गर्ग, प्यारेलाल वर्मा, शहर काजी डॉ. इशरत अली, प्रवीण नेखरा, विजय तिलवे, दिव्या नेमा, मो. एजाज शेख आदि उपस्थित थे सिख समाज, मुस्लिम समाज, बोहरा समाज, राजपूत, राठौड़ अग्रवाल समाज, नेमा समाज, कोली समाज आदि विभिन्न समाजों के बैनर मौजूद थे।
सप्ताह में एक बार लगाएंगे शिविर
डॉ. आरडी यादव एवं पुरुषोत्तम यादव ने बताया कि महाराणा प्रताप नगर स्थित पानी की टंकी के पास सप्ताह में एक बार शिविर लगाया जाएगा। कानूनी विवादों को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझा ने की सलाह दी जाएगी जिस पर विधिक सहायता की मुहर लगेगी। सप्ताह में एक बार विधिक सेवा के माध्यम से जनप्रतिनिधि शिविर का आयोजन करेंगे और लोगों को विवाद और कानूनी उलझन से बचाने के लिए मध्यस्था की विस्तृत रूपरेखा के बारे में बताएंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि वर्तमान माहौल में मध्यस्थता केंद्र काफी हद तक प्रभावशील रहेंगे और लोगों को लंबी कानूनी लड़ाई के बीच सूरज की नई किरण न्याय के रूप में मिलेगी। डॉक्टर यादव ने कहा कि आज के कोलाहल भरे माहौल में न्याय की किरण पीड़ित तक आसानी से पहुंचेगी, यह पुरातन संस्कृति की पंच परमेश्वर वाली विद्या है, जो आपस में एक-दूसरे को जोड़ती है और विवादों को दूर करती है। मध्यस्थता की पहल सराहनीय है।