युद्ध का असर: अमेरिका ने इजराइल से अपने नागरिकों को निकालने तैयारियां शुरू कीं
वाशिंगटन। इजरायल-हमास के बीच जारी जंग ने पूरी दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है। इजरायल में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए हर देश पूरी कोशिश कर रहा है। इस क्रम में अमेरिका भी अपने नागरिकों को इजरायल से बाहर निकालने की जुगत में लगा हुआ है। अमेरिका ने इजरायल में फंसे अपने नागरिकों को साइप्रस ले जाने के लिए एक विशेष जहाज का इंतजाम किया है। अमेरिकी दूतावास ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों और उनके जरूरी परिवार के सदस्यों को वैध यात्रा दस्तावेज के साथ लेकर जहाज हाइफा इजरायली बंदरगाह से लिमासोल के लिए रवाना होगा। बता दें हमास के हमलों में अब तक 29 अमेरिकी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। वहीं, 15 लोग अब भी लापता हैं।
यूएन एजेंसी की अपील- गाजा पट्टी पर 50 हजार गर्भवती, मदद करें
इजराइल और हमास युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के साथ काम करने वाले कर्मचारी इजराइल में युद्ध के बीच मदद की अपील कर रहे हैं। फलस्तीन शरणार्थियों के लिए गाजा को बचाने की अपील करते हुए कर्मचारी ने कहा कि गाजा में हालात बेहद नाजुक हैं। यहां मासूम बच्चों, गर्भवती महिलाओं के सामने जीवन का संकट पैदा हो गया है। इन लोगों लिए भोजन, पानी और दवाओं की तत्काल आपूर्ति जरूरी है। इसबीच यूएन की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में लगभग 50,000 गर्भवती महिलाएं हैं। स्वास्थ्य कर्मियों, अस्पतालों और क्लीनिकों पर हमले हो रहे हैं। ऐसे में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होने के कारण इनकी जान भी संकट में है। लगभग 5,500 महिलाएं नवंबर-दिसंबर में बच्चे को जन्म दे सकती हैं।
देना होगी यात्रा की लागत : अमेरिका ने कहा कि हाइफा में यात्रा के लिए सभी यात्रियों को यात्रा की लागत चुकाने का वादा करते हुए एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करना होगा और केवल एक सूटकेस ले जाने की अनुमति होगी।
हमास के हमलों का दंश झेल रहे फिलिस्तीनी
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कहा कि हमास के भयावह हमलों का दंश निर्दोष फिलिस्तीनी झेल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनमें से अधिकांश का आतंकवादी समूह हमास से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, हमें इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि फिलिस्तीनियों के भारी बहुमत का हमास के हमलों से कोई लेना-देना नहीं था।
भारतीय मूल की 2 इजराइली महिला सैनिक शहीद
हमास के 7 अक्टूबर को इजराइल के दक्षिणी इलाके में किए गए भयावह हमले में भारतीय मूल की दो इजराइली महिला सुरक्षा अधिकारियों की मौत हुई है। इस हमले में अशदोद के होम फ्रंट कमान की कमांडर लेफ्टिनेंट ऑर मोसेस तथा पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की सीमा पुलिस अधिकारी निरीक्षक किम डोकरकर की मौत हो गई है।