ईपीएफओ ने कर्मचारियों के 1.50 लाख करोड़ अडाणी समूह के स्टॉक्स में लगाए

ईपीएफओ ने कर्मचारियों के 1.50 लाख करोड़ अडाणी समूह के स्टॉक्स में लगाए

नई दिल्ली। अडाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडाणी समूह के स्टॉक्स की भारी गिरावट आई है। इस बीच, ईपीएफओ ने 6 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों का पैसा अडाणी ग्रुप में लगा दिया है, जो 1.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। ईपीएफओ संगठित क्षेत्र के करोड़ों कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड 27.73 लाख करोड़ रुपए को मैनेज करता है। कर्मचारी रिटायरमेंट फंड ईपीएफओ में निवेश करते हैं, वह अभी भी अडाणी समूह की μलैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट्स में लगा हुआ है। ईपीएफओ निवेश का यह सिलसिला सितंबर 2023 तक जारी रखने वाला है। ईपीएफओ अपने कुल कॉर्प्स का 15 फीसदी एनएसई निμटी और बीएसई सेंसेक्स से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश करता है।

ब्याज दर घटने की आशंका

इसका असर 2022-23 के लिए ईपीएफओ की ब्याज दर पर भी पड़ सकता है, क्योंकि ईपीएफओ को ईटीएफ में किए जाने वाले निवेश पर रिटर्न घटेगा। 3 महीने में अडाणी एंटरप्राइजेज के स्टॉक में 55 फीसदी और अडाणी पोर्ट्स के स्टॉक में 23 फीसदी की गिरावट आई है। ऐसे में ईपीएफओ ब्याज दरें भी घटने की आशंका है।