बिशप पीसी सिंह के जबलपुर समेत 8 ठिकानों पर अब ईडी की छापामारी

बिशप पीसी सिंह के जबलपुर समेत 8 ठिकानों पर अब ईडी की छापामारी

जबलपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर के डायोसिस के चेयरमेन रहे बिशप पीसी सिंह के जबलपुर सहित रांची-मुंबई के 7-8 ठिकानों पर छापामारी शुरू की है। उसके राजदार सुरेश जैकब पर भी कार्रवाई चल रही है। बिशप पर मनी लांड्रिंग और चर्च की अरबों रुपए कीमत की प्रापर्टी अवैध रूप से भू- माफिया को बेचने का आरोप है। ईडी ने सिंह के खिलाफ फेमा और मनी लांड्रिंग की धाराओं में पिछले साल सितंबर में प्रकरण दर्ज किया था।

प्रदेश की जांच एजेंसी ईओडब्ल्यू ने चर्च से मिली गोपनीय शिकायत के आधार पर बिशप के घर छापामार कर नकदी, विदेशी मुद्रा और ढेरों प्रापर्टी के दस्तावेज जब्त कर उसके द्वारा की गई अनियमतताओं का खुलासा किया था। उसके पास मिले 4 दर्जन बैंक खातों में विदेशी फंड आने का ब्यौरा भी मिला था। इसके बाद ही ईडी ने बिशप सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर ईओडब्ल्यू से मामले से जुड़ा सारा डिटेल मंगा लिया था।

बुधवार को ईडी ने जबलपुर, मुंबई और रांची के सभी ठिकानों पर बुधवार को एक साथ दबिश देकर छानबीन शुरू की है। ईडी के जांच अधिकारियों ने जबलपुर के 3 ठिकानों से बड़ी संख्या में दस्तावेज आदि बरामद किए हैं लेकिन अभी उसका ब्योरा नहीं मिला।

कालेधन में डॉलर और पौंड भी

2017 में बिशप ने चर्च की मुंबई जिमखाना स्थित जमीन भी अवैध रूप से 3 करोड़ रुपए में दाऊद के करीबी रियाज भाटी को बेच दी थी। ईओडब्ल्यू की छापामारी में बिशप के ठिकानों से 1.67 करोड़ रुपए नकद, दो किलो सोने की ज्वेलरी, 17 संपत्तियों के दस्तावेज, 48 बैंक खाते और 18 हजार 252 यूएस डॉलर और 118 पौंड जब्त किए थे। 2 करोड़ की एफडी, 7 लग्जरी गाड़ियां भी मिली थीं।

राजदार पर भी छापा

ईडी ने पूर्व बिशप के अलावा उसके राजदार सुरेश जैकब के घर पर भी दबिश दी है। भोपाल से चार-पांच वाहनों में ईडी के अधिकारी अपनी टीम के साथ पूर्व बिशप के घर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी। जबलपुर में 3 ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है, इससे बिशप के परिवार में हड़कंप है। बिशप को अभी हाईकोर्ट से 10 लाख रुपए के पर्सनल बांड पर सशर्त जमानत मिली है।

यह है पूरा मामला : 8 सितंबर 22 को ईओडब्ल्यू की टीम ने पूर्व बिशप सिंह के घर पर छापा मारा था। ट्रस्ट संस्थाओं की लीज रिन्युअल में धोखाधड़ी, 7 करोड़ से अधिक का टैक्स ना चुकाने के मामले सामने आए थे। स्कूली बच्चों की फीस के ढाई करोड़ से ज्यादा रुपए धार्मिक संस्था और खुद पर खर्च कर दिए। 12 सितंबर को पीसी सिंह को गिरफ्तार किया गया था।