पनागर से जबलपुर रोड के 3 किमी हिस्से में दोनों ओर गोबर व गंदगी

पनागर से जबलपुर रोड के 3 किमी हिस्से में दोनों ओर गोबर व गंदगी

जबलपुर। पनागर से परियट होते हुए जबलपुर रोड पर करीब 3 किमी लंबाई में मुख्य मार्ग के दोनों ओर स्थित 200 डेयरियों का गोबर व गंदगी बहती रहती है। इससे यहां के आम रहवासी और गुजरने वाले वाहन चालक हलाकान हैं। यह सिलसिला बरसों से जारी है,प्रदूषण को देखते हुए सभी डेयरी संचालकों को गंदगी साफ करने प्लांट लगाने के निर्देश हुए थे,कुछ लोगों ने ये प्लांट लगाए भी मगर ये सफल नहीं हुए और गंदगी बदस्तूर सड़क व परियट नदी में समा रही है।

शहर में डेयरी कारोबार मुख्य रूप से परियट व गौर नदी के आसपास है। जहां परियट-पनागर के बीच करीब ढाई सौ डेयरियां हैं वहीं गौर नदी के आसपास भी इनकी संख्या सैकड़ा पर पहुंच रही है। इनमें 100 से लेकर 800 या इससे अधिक भैंसों की क्षमता की डेयरियां हैं। प्रतिदिन इन डेयरियों से निकलने वाली गंदगी नदियों में समा रही है। इतना ही नहीं कई डेयरी वाले जन्मते ही मर जाने वाले बछड़ों तक को नदी में ही फेंक देते हैं। यही हाल गौर नदी का है जो इतनी अधिक प्रदूषित हो चुकी है कि इसका पानी प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है।

ये दिए गए थे निर्देश

शहर में परियट व गौर के आसपास की सभी डेयरी संचालकों को बरगी के पास जगह देने पर सहमति बनी थी,मगर डेयरी संचालक वहां जाने तैयार नहीं हैं। इसके पीछे वे कई तरह के तर्क देते हैं जिसमें पानी का अभाव मुख्य कारण है। वहीं गंदगी नदी में न समाए और सड़कों पर न बहाई जाए इसके लिए हर डेयरी संचालक को शोधन प्लांट लगाने के निर्देश भी देकर सभी से अंडर टेकिंग भी ली गई थी। इनमें से परियट व गौर में कुछ डेयरी संचालकों ने प्लांट लगाए भी हैं मगर ये सफल नहीं हो पाए हैं।

प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप

डेयरी संचालकों का कहना है कि हमें बरगी के पास जगह दी गई है मगर वहां पर पानी नहीं है। शहर से 50 किमी दूर जाएंगे और पानी भी नहीं मिलेगा तो दूध व्यवसाय कैसे कर पाएंगे और हमें यहां लाकर बेचना भी मंहगा पड़ेगा। जहां तक गंदगी की बात है तो कई डेयरी संचालकों ने प्लांट लगाए भी हैं मगर ये सक्सेस नहीं हैं। गोबर व भूसा बार-बार प्लांट को जाम कर देता है। प्लांट लगाना भी मंहगा है।

प्रशासन ने वादाखिलाफी की है हमें जो जगह बरगी के पास दिखाई है वहां पर पानी की ही व्यवस्था नहीं है,बिना पानी डेयरी संचालन कैसे होगा। हमारी डेयरी से कोई प्रदूषण नहीं होता। नरेश भाम्बरी,बंटा डेयरी,परियट।