सिटी फॉरेस्ट में दफ कोड से ले सकेंगे हर पेड़ की जानकारी
भोपाल। राजधानी के चंदनपुरा में विकसित किए गए सिटी फॉरेस्ट का 29 अगस्त को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकार्पण करेंगे। कलियासोत डैम के पास करीब 50 हेक्टेयर में विकसित इस सिटी फॉरेस्ट में दहिमन, कलिहारी जैसे कई दुर्लभ प्रजातियों के पेड़ हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। इसके अलावा यहां शंखपुष्पी, चित्रक, खिरनी, दिन का राजा, चक्रमर्द, आमा हल्दी, सुदर्शन, लसौड़ा, पारस पीपल, मधु कामनी, लैला मंजनू, भटकटैया, जल जामुनी आदि के पेड़ भी लगाए गए हैं। दावा है कि दहिमन पेड़ के नीचे बैठने, उसकी छड़ी को हाथ में लेने और सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और शुगर जैसी गंभीर बीमारियों से निजात मिल जाती है। इन पेड़-पौधों पर क्यूआर कोड लगाए गए हंै जिन्हें स्कैन कर उसके बारे में जानकारी मोबाइल पर आ जाती है। इसमें उसके औषधीय गुण भी शामिल हैं।
इन पेड़ों के औषधीय गुणों के बारे में ये है दावा
- दहिमन: इसके नीचे बैठने और इसकी छड़ी हाथ में रखकर रोजाना आधा घंटे घूमने से बीपी कंट्रोल होता है। बताया गया है कि यह जहर उतारने के काम भी आता है।
- बेकल: गठिया, त्वचा, इन्फलूएंजा, मासिक धर्म, सूजन, नपुंसकता, सूजन, गंभीर सिरदर्द से राहत।
- गुर्जन/ लनिया: अस्थमा और जोड़ों का दर्द ठीक करने में सहायक।
- मेडिंगी: इसकी पत्तियों के रस से डायबिटीज नियंत्रित होता है।
नगर वन में कई दुर्लभ और विलुप्त प्रजाति के पेड़-पौधे लगाए गए हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। इनका उपयोग गंभीर बीमारियों के उपचार में होता है। हर पेड़ पर क्यूआर कोड हैं जिन्हें स्कैन कर जानकारी ली जा सकती है। - आलोक पाठक, डीएफओ, भोपाल
यह वैज्ञानिक तथ्य है कि वन और प्रकृति के करीब रहने से बीपी, शुगर जैसी कई बीमारियां कंट्रोल हो जाती हंै। यहां ऐसे पेड़ लगे हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक हैं। - डॉ. सुदेश वाघमारे, वन एवं वन्य प्राणी विशेषज्ञ