संपत्तिकर वसूली टारगेट के चलते शासन ने बढ़ाए वित्तवर्ष में दो दिन

संपत्तिकर वसूली टारगेट के चलते शासन ने बढ़ाए वित्तवर्ष में दो दिन

ग्वालियर। संपत्तिकर वसूली के चलते 100 करोड़ निगम खाते में लाने के लिए शासन द्वारा वित्तीय वर्ष समाप्ति के लिए दो दिन और बढ़ा दिए है। जिसके बाद निगमायुक्त किशोर कान्याल ने कर संग्रहकों को दो दिन में लगभग 3 करोड़ की राशि जुटाने का टारगेट दे दिया है। क्योंकि अभी निगम के खातें 97 करोड़ की राशि आ चुकी है। हालांकि निगम को पांच करोड़ के चेक भी मिले है, लेकिन उनके कैश होने पर भी राशि जोडी जाएगी। वहीं निगम को जलकर से 24 व होर्डिग्स से 05 करोड़ की राशि भी मिली है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पारित निगम बजट में लगभग 140 करोड़ का टारगेट रखा गया था, लेकिन निगमायुक्त किशोर कान्याल ने इसे बढ़ाकर 242 करोड़ कर दिया था और उसके पीछे करने के चलते ही 31 मार्च की शाम तक निगम के खाते में लगभग 97 करोड़ की राशि आ चुकी थी, लेकिन निगम अधिकारियों के अनुरोध पर नगरीय प्रशासन विभाग ने दो दिन पुराने वित्तीय वर्ष में बिल्डिंग के लिए सॉफ्टवेयर में संशोधन कर दिया और वर्तमान में निगम कर संग्रहकों को 3 करोड़ राशि जमा करने के लिए टारगेट दे दिए गए है और वित्तीय वर्ष की समाप्ति 2 अप्रैल की रात को होगी।

हालांकि बीते वित्तीय वर्ष में निगम को 5 करोड़ के चेक मिल चुके है, लेकिन चेक बाउंस होने के अनुभवों से निगम अधिकारी राशि आने पर ही उसे वसूली राशि में जोड़ने को तैयार है। 5 करोड़ होर्डिंग्स व 24 करोड जलकर से: वित्तीय वर्ष 2023- 24 की समाप्ति के आखिरी दिन 31 मार्च तक निगम को जलकर वसूली के टारगेट 30 करोड़ से 6 करोड़ कम 24 करोड़ की राशि मिली है वहीं 5 करोड़ की राशि होर्डिग्स शाखा से मिली है।

पंजीयन विभाग टारगेट से 13 करोड़ रहा पीछे

भले ही नए वित्तीय वर्ष 2023-24 की शुरूआत होते के बाद पंजीयन विभाग को मिली एगजेस्ट राशि का पता चार दिन बाद पता लगा लगेगा, लेकिन बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 के आखिरी दिन तक 66 हजार रजिस्ट्रियां संपादित हुई थी और इनसे ग्वालियर पंजीयन विभाग को मिले टारगेट लगभग 610 करोड़ की अपेक्षा लगभग 597 करोड़ की राशि ही मिलने की संभावना जताई गई है। हालांकि टारगेट बदलाव के पहले ग्वालियर को 687 करोड़ का टारगेट मिला था।