कम बारिश होने की संभावना से पैदावार घटने और महंगाई बढ़ने के आसार बढ़े

कम बारिश होने की संभावना से पैदावार घटने और महंगाई बढ़ने के आसार बढ़े

नई दिल्ली। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने सोमवार को मानसून का अनुमान जारी किया है। एजेंसी ने इस वर्ष सामान्य से कम मानसून रहने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही संभावना व्यक्त की गई है कि इसका असर अनाज के उत्पादन पर पड़ेगा, जिससे महंगाई बढ़ने की भी आशंका है। इससे पहले जनवरी में स्काईमेट ने मानसून के सामान्य से कम रहने का अनुमान लगाया था और अब उसने अपने उसी आउटलुक को बरकरार रखा है। हालांकि, आईएमडी ने अभी तक बारिश का अनुमान जारी नहीं किया है। स्काईमेट के बताया कि लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) का 94 प्रतिशत बारिश हो सकती है। यदि मानसून एलपीए का 96-104 प्रतिशत होता है तो इसे सामान्य बारिश कहा जाता है। 

कम बारिश का कारण अल नीनो

स्काइमेट के अनुसार, अब ला नीना समाप्त हो गया है। अल नीनो की मॉनसून के दौरान बढ़ने की संभावना और बढ़ रही है, जिसके कारण बारिश कम होने ही संभावना है। भारत में अल नीनो के कारण मानसून अक्सर कमजोर होता है, जिससे सूखे की स्थिति निर्मित होती है।

मध्यप्रदेश में कम बारिश की संभावना

स्काईमेट के अनुसार, देश के उत्तर और मध्य क्षेत्रों में कम बारिश होने की सबसे ज्यादा संभावना है। सेंट्रल रीजन गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में जुलाई तथा अगस्त के महीनों में कम बारिश हो सकती है। वहीं, नॉर्थ इंडिया के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सीजन के दूसरे भाग में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।

उत्पादन घटेगा

सामान्य से कम मानसून के कारण देश में अनाज की पैदावार को नुकसान पहुंच सकता है। मार्च की बेमौसम बारिश से भी रबी फसल के उत्पादन पर असर पड़ने की आशंका जताई गई है। देश में अब भी हमारे देश में 70 प्र्रतिशत से 80 प्र्रतिशत किसान सिंचाई के लिए बारिश के पानी पर निर्भर है। ऐसे में उनकी पैदावार पूरी तरह से मानसून के अच्छे या खराब रहने पर निर्भर करती है।

अर्थव्यवस्था बिगड़ेगी

खराब मानसून होने पर महंगाई भी बढ़ती है। एग्रीकल्चर सेक्टर की भारतीय अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 20 प्र्रतिशत के करीब है। वहीं, हमारे देश की आधी आबादी को कृषि क्षेत्र ही रोजगार देता है। कम बारिश का मतलब है कि आधी आबादी की आमदनी में गिरावट आएगी, जिससे उनकी खर्च करने की क्षमता कम होगी और इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

  नॉर्मल से ज्यादा बारिश की संभावना 15 फीसदी
फीसदी                                                  प्रकार
 00%                                  संभावना एक्सेस रेनफॉल की।
 15%                                  संभावना नॉर्मल से ज्यादा बारिश की।
 25%                                  संभावना नॉर्मल बारिश की।
 40%                                  संभावना नॉर्मल से कम बारिश की।
 20%                                  संभावना सूखा पड़ने की।