दुआ अर्थात् दूसरों की सफलता के लिए कामना करना - ब्रह्माकुमारी शिवानी
इंदौर। हमारे मन की शुभ दुआओं युक्त सोच-विचार प्रणाली सकारात्मक ऊर्जा बन जाती है। दुआ अर्थात् मेरी सोच दूसरों के लिए सफलता की कामना प्राप्त कराने की हो। आप स्वस्थ्य हो, नि:रोगी हो, बहुत अच्छे हो... जैसे उच्च सकारात्मक प्रकम्पन्न की सोच ही दुआ हैं। इससे हमारी आत्मा की शक्ति बढ़ेगी तो विपरीत परिस्थिति भी परिवर्तित हो जाएगी, असंभव भी संभव हो जाएगा। दुआएं हमारे कार्मिक एकाउण्ट को व्यर्थ के बोझ से मुक्त रखती है। अच्छी सोच रखने से दुआएं हमारी आत्मा की इम्युनिटी पॉवर बढ़ाती है।
दुआओं के बैंक बैलेन्स में वृद्धि करने की सहज विधि है- दृढ़ता से शुभ संकल्पों की मन में बार-बार पुनरावृत्ति करना। प्रख्यात आध्यात्मिक अंतर्राष्ट्रीय प्रेरक वक्ता ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने आज अभय खेल प्रशाल में दुआओं का बैंक बैलेन्स विषय पर ब्रह्माकुमारीज एवं जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में दिव्य उद्बोधन देते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। बड़ी संख्या में लोगों से खचाखच भरे सभागार में उन्होंने कहा कि मेरी सोच दुआएं देने की है तो परिस्थितियां भी बदल जाती हैं तथा
सब अच्छे हैं, सब अच्छे हैं... यह मन में विचार लाते-लाते मेरी खुद की स्थिति श्रेष्ठ बन जाती है। इन्दौर शहर की स्वच्छता के क्षेत्र में देश में हर बार प्रथम नम्बर आने की प्रशंसा करते हुए शिवानी दीदी ने कहा कि यहां के लोगों ने स्वच्छता को संस्कार और संस्कृति के रूप में अपना लिया है। अब शहर की स्वच्छता के साथ-साथ लोगों के मन की मैल को भी दुआएं देकर स्वच्छ बनाना है।
उन्होंने इन्दौर शहरवासियों से आह्वान किया कि न सिर्फ इन्दौर को ही स्वच्छ बनाना है, बल्कि दुआएं देना है कि अन्य शहर भी स्वच्छता को अपनाएं । इस प्रकार हमारा भारत देश स्वच्छ शहरों वाला देश बनेगा और फिर विश्व स्वर्णिम बनेगा। उन्होंने कहा कि रोगी, अस्वस्थ्य के लिए दुआएं यही हैं कि जो इसके लिए सर्वाधिक सही है, वह उत्तम स्वास्थ्य उसे प्राप्त हो। ऐसी ऊर्जावान सोच रखना ही उसके लिए दुआ बन जाती है। हमारे मन की शुभ दुआओं से युक्त सोच-विचार प्रणाली सकारात्मक ऊर्जा बन जाती है। दुआ अर्थात् मेरी सोच दूसरों के लिए सफलता की कामना प्राप्त कराने की हो, आप स्वस्थ हो, नि:रोगी हो। शिवानी दीदी ने बहुत ही गहराई से आध्यात्मिक सूत्रों को सरल शब्दों में बताया।