ट्रैफिक नियमों के प्रति वाहन चालक लापरवाह एक साल में सवा छह करोड़ रु. के चालान बने
इंदौर। जानमाल की सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम, आरटीओ और जिला प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चलाता है। इसके बावजूद वाहन चालक नियमों का पालन करने में लापरवाह बने हुए हैं। यही कारण है कि ट्रैफिक पुलिस ने एक जनवरी से 31 दिसम्बर, 2023 तक छह करोड़ 31 लाख 50 हजार 200 रुपए का चालान बनाकर इतिहास रच दिया है। ट्रैफिक उपायुक्त मनीष अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षित वाहन संचालित कराना ट्रैफिक पुलिस की प्राथमिकता है। स्कूली बच्चों के साथ ट्रैफिक पुलिस के जवान सड़कों पर खड़े होकर ट्रैफिक के प्रति वाहन चालकों को सजग करते हैं। उन्हें सीट बेल्ट लगाने, हेलमेट पहनने, रेड सिग्नल पर इंजन बंद करने जैसे कई नियमों की समझाइश दी जाती है। इसके बावजूद अन्य शहरों की अपेक्षा इंदौर में वाहन चालकों के अधिक चालान काटे जाते हैं।
ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े के मुताबिक, रांग साइड के 3726, नंबर प्लेट के 6248, संकेतों का उल्लंघन के 57131, ओवरलोडिंग के 279, तीन सवारी 1187, तेज गति से वाहन चलाने 762, प्रदूषण फैलाने 46, माडीफाइड सायलेंसर के 36, बिना हेलमेट के 46092, बिना सीट बेल्ट के 11584, काली फिल्म के 2820, बिना परमिट के 8, प्रेशर हॉर्न के 87, हूटर के 6, शराब पीकर वाहन चलाने के 322, बिना लाइसेंस के 123, मोबाइल पर बात करने के 1552, वन-वे में चलने के 3470, अन्य के 3409 चालान काटे गए। हालांकि, वे चालान भी शामिल हैं, जो इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिग्नल से बनाए गए हैं। यह सिग्नल 4 प्रमुख चौराहों पर लगाए गए हैं। इन सिग्नलों से चालान कटते ही सीधे वाहन चालकों को मोबाइल पर मैसेज मिल जाता है। इससे ट्रैफिक पुलिस को वाहन चालकों को घर चालान भेजने से निजात मिल रही है।