चौंकिए नहीं यह घड़े नहीं हैं बल्कि भदभदा ब्रिज के नीचे अबाबील पक्षी द्वारा अंडे देने के लिए बनाए गए घरौंदे हैं

चौंकिए नहीं यह घड़े नहीं हैं बल्कि भदभदा ब्रिज के नीचे अबाबील पक्षी द्वारा अंडे देने के लिए बनाए गए घरौंदे हैं

भोपाल। तस्वीर देखकर ऐसा लगता है, जैसे बहुत से घड़े एक जगह रख दिए गए हों, लेकिन वास्तव में ये घड़े नहीं, अबाबील (स्वैलो बर्ड) द्वारा अंडे देने के लिए बनाए गए घोंसले हैं। भदभदा ब्रिज के नीचे बने इन घोंसलों को बनाने के लिए अबाबील पंछी करीब 500 मीटर दूर बड़ी झील के किनारों से नरम मिट्टी चोंच में उठाकर लाते हैं। हमारे फोटो जर्नलिस्ट नवीन बेलवंशी ने यह फोटो शनिवार को कैमरे में कैद किया। इससे तीन दिन पहले उन्होंने अबाबील के झुंड को तालाब किनारे मिट्टी ले जाते देखा था। उनकी उत्सुकता जाग गई और उन्होंने नाव से ब्रिज के नीचे पहुंचकर यह तस्वीर ली। अबाबील दुनिया के बहुत से देशों में पाई जाती हैं। अबाबील अरबी शब्द है, जिसका अर्थ होता है- ‘समूह’।