समर में एयर प्यूरीफाइंग प्लांट्स के साथ करें इंडोर गार्डनिंग, यह हवा को भी करेंगे शुद्ध
समर में इंडोर गार्डनिंग लोगों को रास आती है और फिर यह सालभर बरकरार रहती है। अपने घर के कोने-कोने को जीवंत करने वाले इंडोर प्लांट्स से खूबसूरत और कुछ नहीं हो सकता। हो भी क्यों न अब इन इंडोर प्लांट्स को रखने के लिए प्लांटर्स भी तो एक से बढ़कर एक खूबसूरत आने लगे हैं। वहीं अब इन इंडोर प्लांट्स की सेहत अच्छी रखने के लिए पॉटिंग मिक्स भी आ रहे हैं जिसमें आॅइल सीड पाउडर होता है जो कि आॅइल केक और बायो फर्टिलाइजर का मिक्सचर होता है। शहर के हॉर्टिकल्चरिस्ट आरएस यादव नेशनल गार्डनिंग डे के मौके पर बता रहे हैं, ऐसे इंडोर प्लांट्स के बारे में जो न सिर्फ खूबसूरत हैं बल्कि उन्हें लगाने के कई फायदे भी हैं। गार्डनिंग का शौक रखने वाले या समर गार्डनिंग शुरू करने वाले इन पौधों को लगाकर गर्मियों के मौसम को हरियाली के साथ बिता सकते हैं।
एग्लोनिमा लिपस्टिक
एग्लोनिमा लिपस्टिक नाम इसलिए है क्योंकि पत्तों के ऊपर गुलाबी रंग की मोटी धारियां आती हैं। यह भी हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं।
जेडजेड प्लांट
यह सुंदर गहरे हरे पत्ते होने के कारण पसंद किए जाते हैं। ये भी हवा से दूषित पदार्थों को भी खत्म करते हैं। इनकी पत्तियां मोटी व मजबूत शाखाएं होती हैं। इन्हें कॉर्नर्स में लगाया जाता है।
गोल्डन पोथोस
यह प्लांट कार्बन मानोआॅक्साइड और कार्बन डाइआॅक्साइड गैस को सोखता है। इसे अक्सर बैडरूम में लगाना पसंद किया जाता है।
स्नेक प्लांट
यह पौधा देखने में सांप की तरह लगता इसलिए इस नाम से जाना जाता है। इस पौधे को पानी भी कम दिया जाता है। नासा ने भी इस पौधे को बहुत अच्छा एयर प्यूरीफायर बताया था।
एरिका पाम
इसे लिविंग रूम प्लांट भी कहा जाता है। ये हवा से कार्बन डाइआॅक्साइड और कार्बन मोनोआॅक्साइड जैसी जहरीली गैसों को सोख लेता है और साफ आॅक्सीजन देता है। इसको तीन से चार महीने में एक बार धूप में रखने की जरुरत पड़ती है।
पीस लिली
इसमें सफेद रंग के फूल भी आते हैं इसलिए इसे पीस लिली के नाम से जाना जाता है। यह हवा में मौजूद विषैली गैसों को दूर करके हवा को साफ करता है।
एयर प्यूरीफाइंग प्लांट्स पर हो चुकी हैं रिसर्च
कुछ साल पहले आईआईटी कानपुर ने एयर प्यूरीफाइंग प्लांट्स की खासियत पर रिसर्च की थी इसके अलावा नासा के शोधकर्ताओं ने इंडोर प्लांट्स पर 10 साल तक रिसर्च की। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि ये पौधे न केवल हवा की गुणवत्ता में सुधार करते हैं बल्कि जहरीले कणों को भी खत्म करते हैं। इंडोर पौधे ऐसे पौधे होते हैं जो घरों के अंदर होते हुए भी बिना सूर्य की रोशनी के भोजन की प्रक्रिया करते हैं। इस वजह से वे अंदर के वातावरण में जीवित रहते हैं। वे छोटे-छोटे रोम छिद्रों के माध्यम से वातावरण से कार्बन डाइआॅक्साइड लेते हैं, इस दौरान वातावरण में मौजूद हानिकारक कण उनके रोम छिद्रों के माध्यम से अंदर समाहित हो जाते हैं और हवा प्यूरीफाई होती है। अब आॅनलाइन नर्सरियों में वे प्लांट्स भी मिल रहे हैं जो कि अमूमन शहर की नर्सरियों में नहीं मिल पाते। इनकी रेंज व्यापक है और यह सभी बहुत खूबसूरत दिखते हैं। आरएस यादव , हॉर्टिकल्चरिस्ट