दो दिन मनेगी दीपावली, अधिकांशत: आज होगा लक्ष्मी पूजन
ग्वालियर। कुछ वर्षों से दीपावली अर्थात कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि का चौदस के दिन दोपहर बाद शुरु होना और अमावस्या वाले दिन प्रदोष बेला में तिथि न होकर दोपहर तक समाप्त हो जाने से जनमानस में भ्रम की स्थिति बन रही है। इस कारण लक्ष्मी पूजन मनाए जाने की स्थिति बन रही है। वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने बताया कि कुछ वर्षों से प्रदोष काल, चतुर्दशी तिथि में आने से संशय बना रहता है, जिससे छोटी दीपावली वाले दिन ही महालक्ष्मी पूजन किया जाता है यानी छोटी और बड़ी दीपावली एक ही दिन रूप चतुर्दशी को हो रही है। डॉ. जैन के अनुसार अमावस्या तिथि 12 नवंबर रविवार को दोपहर 2.44 बजे शुरु होगी, जो 13 नवंबर सोमवार दोपहर 2.56 बजे तक रहेगी। 13 नवंबर की शाम प्रदोष काल के समय अमावस्या नहीं रहेगी।
ये रहेंगे पूजन के मुहूर्त
डॉ. जैन ने बताया कि 12 नवंबर को फैक्ट्री, व्यापार, दुकानों के लिए दीपावली, महालक्ष्मी पूजन का मुहूर्त कलम, दवात, सामग्री, यंत्र रचना करने के लिए लाभ चौघड़िया में सुबह 9.24 से 10.44 बजे तक, अमृत चौघड़िया में 10.44 से दोपहर 12.05 बजे तक, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 1.26 से 2.46 बजे तक है। घरों में दीपावली, महालक्ष्मी पूजन का मुहूर्त प्रदोष काल और शुभ चौघड़िया में शाम 5.29 से 7.07 बजे तक, प्रदोष काल और अमृत चौघड़िया में शाम 7.07 से रात 8.45 बजे तक है। इस प्रकार शाम 5.29 रात 8.45 बजे तक प्रदोष काल, स्थिर वृष लग्न एवं शुभ और अमृत चौघड़िया में सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है।
जैन मुहूर्त
जैन समाज में भगवान महावीर के निर्वाणोत्सव के अवसर पर भगवान को लाड़ू चढ़ाने के बाद ही लक्ष्मी, गौतम गणधर व सरस्वती पूजन की परंपरा है। ऐसे में जो शुद्ध जैन आमना से पूजन करना चाहते हैं, वह 13 नवंबर सोमवार को महावीर निर्वाण लाडू के बाद से अमावस्या तिथि रहने तक दोपहर 2.56 बजे तक अपने व्यापारिक संस्थानों और घरों में महालक्ष्मी पूजन करें। 13 नवंबर को महावीर निर्वाण लाडू मुहूर्त सुबह अमृत चौघड़िया और स्थिर वृश्चिक लग्न में सुबह 6.43 से 9.30 बजे तक है। इसके बाद ही गौतम स्वामी व सरस्वती पूजन करें। दूसरा मुहूर्त दोपहर को स्थिर कुंभ लग्न में 1.26 से 2.56 बजे तक अमावस्या तिथि रहने तक गौतम स्वामी एवं सरस्वती पूजन करना श्रेष्ठ एवं शुभ है।
बाजार ग्राहकों से गुलजार, पूजन सामग्री की मांग
धनतेरस के बाद शनिवार को भी शहर के बाजार ग्राहकों से गुलजार नजर आए। महाराज बाड़ा सहित अन्य बाजारों में सुबह से लेकर देर शाम तक ग्राहकी का सिलसिला नजर आया और अच्छा खासा कारोबार हुआ। कारोबार की बात की जाए तो इस समय सबसे अधिक डिमांड पूजन सामग्री के साथ ही घर के साज-सज्जा के सामान की बिक्री हुई और महाराज बाड़े पर लगे फुटपाथ से लेकर दुकानों पर ग्राहकी का सिलसिला देखने को मिला। इसके साथ ही धनतेरस के बाद अब व्यापारी वर्ग ने खरीदी शुरू की और किराने की दुकानों पर लोग खरीदारी करते हुए नजर आए। इसके साथ ही दौलतगंज सहित आसपास के बाजार में लोग काफी देर तक जाम में भी फंसे रहे।