बोर्ड परीक्षा में दिव्यांगों को मिलेगा 30 मिनिट का अतिरिक्त समय
जबलपुर। 13 साल बाद एक बार फिर प्रदेश में पांचवीं और आठवीं की वार्षिक परीक्षाओं को बोर्ड पैटर्न पर कराया जा रहा है। 25 मार्च से शुरू होने वाली इस परीक्षा में इस बार सरकारी के साथ-साथ ही निजी स्कूलों के विद्यार्थी भी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। इस बार राज्य शिक्षा केंद्र ने दिव्यांगों को कई सुविधाएं दी है। श्रवणबाधित, दृष्टिबाधित व मानसिक रुप से कमजोर, सेरीब्रल पाल्सी, आॅटिज्म सहित अन्य विद्यार्थियों को परीक्षा अवधि से 30 मिनिट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। जबकि पिछले साल तक यह समय 20 मिनिट रहा।
राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी निर्देश के अनुसार जो दिव्यांग विद्यार्थी हाथ से लिखने में सक्षम नहीं होगा, उसे लेखक उपलब्ध करवाया जाएगा। लेखक परीक्षार्थी की कक्षा से कम से कम एक वर्ष पूर्व की कक्षा का होना आवश्यक है। इस संबंध में निर्णय का अधिकार केंद्राध्यक्ष को रहेगा। लेखक का चयन केंद्राध्यक्ष करेगा। लेखक व परीक्षार्थी दोनों को अलग कक्ष में बैठाया जाएगा। दृष्टिबाधित परीक्षार्थी ब्रेललिपि में उत्तर देना चाहते हैं। ज्ञात हो कि यह व्यवस्था निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी मिलेगी।
गणित की जगह संगीत का आया विकल्प
राज्य शिक्षा केंद्र ने दिव्यांग विद्यार्थियों को गणित के स्थान पर संगीत विषय का चयन करने का विकल्प भी दिया है। वहीं, मूकबधिर परीक्षार्थियों को विशिष्ट भाषा से छूट देते हुए द्वितीय भाषा के रुप में एक सामान्य भाषा के चयन की सुविधा दी गई है। वहीं तृतीय भाषा के स्थान पर इन परीक्षार्थियों को चित्रकला का विकल्प दिया गया है।
25 मार्च से शुरू होने वाली 5वीं और 8वीं की वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी जोरों से है। इस बार दिव्यांग बच्चों को परीक्षा में 30 मिनिट का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है। जबकि पिछले साल तक यह 20 मिनिट रहा। घनश्याम बर्मन एग्जाम कंट्रोलर, राज्य शिक्षा केंद्र