डिप्टी सीएम देवड़ा बोले- बंद नहीं होगी ‘लाड़ली’, हमने कर्ज लेकर घी नहीं पीया!

डिप्टी सीएम देवड़ा बोले- बंद नहीं होगी ‘लाड़ली’, हमने कर्ज लेकर घी नहीं पीया!

भोपाल। विधानसभा में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के जवाब के बाद द्वितीय अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया। देवड़ा ने कांग्रेस सदस्यों के आरोपों पर कहा कि हमने कर्ज लेकर घी नहीं पिया। लाड़ली बहना सहित कोई योजना बंद नहीं होगी। हमारी सरकार ने विकास कार्यों के लिए कर्ज लिया। अनुपूरक के औचित्य पर सवालों पर देवड़ा ने स्वीकार किया कि 36 फीसदी बजट खर्च होना बाकी है। कांग्रेस के बाला बच्चन और हेमंत कटारे ने बची हुई बजट राशि का आंकड़ा बताने पर जोर दिया। उनका कहना था कि जब मुख्य बजट की बड़ी राशि बचत में है तो अनुपूरक की जरूरत क्यों? सदन में एक दिन पहले प्रस्तुत 28 हजार 55 करोड़ रुपए के द्वितीय अनुपूरक अनुमान पर चर्चा में पक्षवि पक्ष के करीब 18 सदस्यों ने भाग लिया। देवड़ा बोले कि दुग्ध योजना, पीएम कॉलेज आॅफ एक्सीलेंस, गंभीर बीमारी में एयर एंबुलेंस सेवा, पीएम जनमन योजना, आंगनबाड़ी के लिए प्रावधान किया गया है।

नई व्यवस्था: विभागों देंगे 800 पेंडिंग सवालों के जवाब

सरकार के विभिन्न विभागों को अब विधानसभा में आए सभी प्रश्नों के उत्तर देना होंगे। स्पीकर ने यह भी व्यवस्था दी है कि पेंडिंग सवालों के जवाब भी दिए जाएंगे। ये लंबित प्रश्न 800 से ज्यादा हैं। इसके लिए शुक्रवार को सदन की कार्रवाई प्रारंभ होने से पहले संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार माना। स्पीकर ने मध्यप्रदेश विधान सभा में प्रबोधन कार्यक्रम के दौरान घोषणा की थी कि ''शून्यकाल की सूचनाओं में पहली बार के सदस्यों की सूचनाओं को प्राथमिकता से लिया जाएगा।’शुक्रवार को अध्यक्ष ने सदन में यह व्यवस्था दी। वर्तमान सत्र में केवल तीन नवनिर्वाचित सदस्यों विपिन जैन, राजन मण्डलोई, कमलेश्वर डोडियार की सूचना प्राप्त हुई।

कर्ज ज्यादा है तो जनता के काम हो रहे हैं : डॉ. सीतासरन शर्मा

अनुपूरक बजट पर चर्चा में सरकार का पक्ष रखते हुए वरिष्ठ विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने कहा कि आपकी (कांग्रेस की) सरकार होती थी तो बजट से ज्यादा कर्ज होता था। सड़कें नहीं थीं, बिजली नहीं थी, अस्पताल नहीं थे, मेडिकल कॉलेज नहीं थे। अब यदि कर्जा ज्यादा है तो आप देखिए प्रदेश में सड़कें बनी हैं, मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं। इसके अलावा सीएम राइज स्कूल बढ़ रहे हैं। बिजली में हम सरप्लस स्टेट हैं। 17.5 हजार मेगावॉट की जरूरत है ।

इन्होंने भी उठाए मुद्दे

  1. विधायक निलेश उईके ने कहा मैं पांढुर्णा से आता हूं। उसे नया जिला बना दिया है। इसके लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं लेकिन नए जिले के लिए कोई बजट आवंटित नहीं किया ।
  2. कांग्रेस विधायक विजय चौरे ने कहा यूरिया की बोरी 50 किलो से 45 किलो की हो गई,पर दाम नहीं घटे।
  3. झूमा सोलंकी ने कहा- कई स्कूलों में स्थाई शिक्षक नहीं हैं। अतिथि शिक्षकों के भरोसे स्कूल चल रहे हैं। अक्टूबर से अतिथि शिक्षकों को मानदेय नहीं मिला है।
  4. विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कहा कि कान्हा नेशनल पार्क से लगे एरिया में नई खदानों की स्वीकृति हो रही है।
  5. विधायक नितेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा- हर साल नौजवान भर्ती के लिए तैयारी करते हैं, लेकिन भर्ती नहीं होती। वह बेरोजगार घूमते हैं।
  6. कांग्रेस के बाला बच्चन और कटारे दोनों ही डिप्टी सीएम से बची हुई 36 फीसदी राशि का आंकड़ा बताने का आग्रह करते रहे। उनका यह भी कहना था कि डेढ़ महीने में यह राशि कैसे और कहां खर्च होगी? चर्चा में कांग्रेस के ही भैरोंसिंह बापू, कैलाश कुशवाह, सोहन बाल्मीक और दिलीप सिंह परमार(भाजपा) व पन्ना लाल शाक्य ने भी भाग लिया।