डेंगू : चपेट में 60 फीसदी बच्चे, मरीजों का आंकड़ा 820 पर
ग्वालियर। मच्छर जनित बीमारी डेंगू को लेकर हर साल की तरह इस साल भी स्वास्थ्य विभाग ने तमाम दावे किए, लेकिन हर साल की तरह जैसे ही डेंगू का प्रकोप बढ़ा तो सभी दावों की पोल खुल गई, फिर चाहे वह स्वास्थ्य विभाग का मलेरिया विभाग हो या नगर निगम दोनों ही विभागों में तालमेल की कमी का खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं, खास तौर से बच्चे, डेंगू का मच्छर सबसे अधिक बच्चों को शिकार बना रहा है। शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में ग्वालियर के जितने मरीज संक्रमित निकले उनमें 7 बच्चे शामिल हैं।
अभी तक ग्वालियर जिले में जितने भी मरीज संक्रमित पाए गए हैं इनमें 60 फीसदी बच्चे हैं यानि को एक माह से लेकर 17 साल की आयु के लोग, हर रोज स्वास्थ्य विभाग में संक्रमितों का आंकड़ा 40 के पार आ रहा है हालांकि इसमें आसपास के जिलों के मरीज भी शामिल रहते है। ग्वालियर जिले की बात की जाए तो यह आंकड़ा 400 के करीब पहुंच चुका है और आसपास के जिलों के मरीजों को जोड़ लिया जाए तो यह संख्या में 820 पर चुकी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गत वर्षों से प्रकोप कम होने की बात कह रहे हैं, लेकिन डेंगू के डंक ने लोगों को परेशान कर रखा है। इसके साथ ही पॉजिटिव मरीजों की तेजी से प्लेटलेट्स भी घट रही हैंै।
मेडिकेटेड मच्छरजाली आई, लेकिन नहीं बटी
डेंगू के डंक से बचाने के लिए शासन द्वारा मेडिकेटेड मच्छरजाली उपलब्ध कराई जाती है, इस साल भी यह तीन ट्रक भरकर आ चुकी है, लेकिन ग्वालियर समेत आसपास के जिलों में इसका वितरण अभी तक प्रारंभ नहीं हो पाया है। डेंगू का प्रकोप अभी अक्टूबर के महीने तक और रहने वाला है पता नहीं जनता को यह मच्छरदानी मिल पाएगी भी कि नहीं।
डेंगू को लेकर हम जनता से लगातार अपील कर रहे हैं, इसके बाद लोग लापरवाही बरत रहे हैं, सैंपल की संख्या बढ़ने की वजह से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ा, गत वर्ष से फिर भी अभी प्रकोप कम है। डेंगू के लक्षण होने पर सबसे पहले जांच करानी चाहिए। डॉ. विनोद दोनेरिया, जिला मलेरिया अधिकारी