डेंगू हुआ घातक , 40 फीसदी बच्चे हो रहे अस्पताल में एडमिट
ग्वालियर। सर्दी का सीजन प्रारंभ हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी डेंगू का प्रकोप है कि कम होने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू से अभी तक चार लोगों की जान चुका है, इस सीजन में संक्रमित मरीजों की संख्या 700 के करीब पहुंच गई है। इसके साथ ही संक्रमण पीक के समय में बच्चे सबसे अधिक संक्रमित आ रहे हैं, इसके साथ ही जितने भी बच्चे डेंगू पॉजिटिव निकल रहे हैं, उनमें 40 फीसदी से अधिक को अस्पताल में एडमिट होना पड़ रहा है। साथ ही तेजी के साथ घटती प्लेटलेट्स चिंता का विषय बनी हुई है, ऐसे में जंबो प्लेटलेट्स की खासी डिमांड है। हालांकि डॉक्टरों की माने तो एक बार संक्रमण कम होने पर प्लेटलेट्स बढ़ भी काफी तेजी रही है।
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी शहरवासियों से संक्रमण के लक्षण होने पर तुरंत जांच कराने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में दो महीने के बच्चे के साथ कुल 44 मरीज संक्रमित निकले हैं। इसमें ग्वालियर के 18 मरीज हैं बाकी के अन्य जिलों के हैं । ग्वालियर शहर के जो मरीज संक्रमित हैं उनमें 10 बच्चे हैं, बाकी के आठ मरीज अन्य आयुवर्ग के हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों को किस हद तक यह अपनी चपेट में ले रहा है।
डेंगू से बचने यह बरतें सावधानी
डेंगू के डंक से बचने के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहनें, एडीज एजिप्टी मच्छर साफ एवं स्थिर पानी में अपने अंडे देता है। घर के अंदर टंकी, बाल्टी में एकत्रित पानी को 3 से 4 दिन में खाली कर, सुखाकर फिर पानी से भरें। घर में पानी में लगाने वाले पौधे जैसे मनी प्लांट, कमल आदि न लगाएं। यदि घर में कोई डेंगू से पीड़ित हैं तो सुनिश्चित करें कि उन्हें मच्छर न काटे, इसके लिए उन्हें कम से कम 10 दिनों तक 24 घंटे मच्छरदानी में रखें। यदि पानी में लार्वा दिखाई दे तो उसे कपड़े से छानकर, लार्वा को हाथ से मसलकर नष्ट कर दें। दिन में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें। खिड़की और दरवाजे पर मच्छर जाली लगाएं।
हजार बिस्तर के अस्पताल में पहुंचे 3488 मरीज
डेंगू के साथ ही वायरल सहित अन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ा हुआ है, सोमवार को जेएएच समूह के हजार बिस्तर के अस्पताल में 3488 मरीज उपचार लेने पहुंचे और अस्पताल में हर जगह मरीज व उनके परिजन ही नजर आ रहे थे, रजिस्ट्रेशनविंडो से लेकर डॉक्टरों के कक्षों के बाहर एवं दवा वितरण केन्द्र पर मरीजों की लंबी लाइन दिख रही थी। सबसे अधिक मरीज 644, पीडियाट्रिक्स विभाग में 191, ईएनटी में 176, ऑब्स गायनी विभाग में 204 तो आर्थोपेडिक विभाग में 279 मरीज उपचार लेने पहुंचे।