अधीक्षक को हटाने किया प्रदर्शन, लगाए नारे संभागायुक्त को दिया ज्ञापन, एडीएम करेंगे जांच
ग्वालियर। जेएएच व जीआरएमसी में इन दिनों मरीजों के उपचार से ज्यादा राजनीति व विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। अस्पताल राजनीति का अड्डा बन चुका है बुधवार को काफी घटना क्रम देखने को मिले और यह मामला अब अस्पताल से बाहर निकलकर संभागायुक्त तक पहुंच चुका है।
अब इस मामले की जांच प्रशासनिक अधिकारी करेंगे। अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरकेएस धाकड़ को हटाने की मांग को लेकर कर्मचारी संगठन एकजुट होकर संभागायुक्त को ज्ञापन देने पहुंचे और अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर धाकड़ द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ संभागायुक्त से शिकायत की। वहीं दूसरी और विरोधियों के खिलाफ जेएएच प्रबंधन ने संगठनों पर अटैक करना प्रारंभ कर दिया और जूनियर डॉक्टरों को कॉलेज पर बुलाया गया है वहां वह अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों की बढ़ाई करते हुए नजर आए तो प्रबंधन ने जो कर्मचारी संयुक्त मोर्चे में शामिल हुए हैं उनमें से अधिकतर के कार्यभार बदल दिए गए। कुछ स्वास्थ्य संगठनों ने अधीक्षक के समर्थन में पत्र जारी किए।अधीक्षक डॉक्टर आरकेएस धाकड़ कुछ बोल नहीं रहे बल्कि उन्होंने विरोध प्रदर्शन करने वालों में कुछ लोगों को कार्यक्षेत्र बदल दिए और इनके आदेश भी जारी किए।
जूडा अध्यक्ष यादव से हुई बहस, धरने पर बैठे नर्सिंग
संभागायुक्त को ज्ञापन देने के बाद संयुक्त मोर्चा के सदस्य डीन डॉक्टर अक्षय निगम को ज्ञापन देने के पहुंचे तो वहां पर जूडा अध्यक्ष हितेन्द्र यादव पहुंच गए और वहां पर विरोध प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों से उनकी बहस हो गई। नर्सों ने जूडा अध्यक्ष पर अभद्रता-गाली गलौच का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। विरोध करने वालों ने सोशल मीडिया पर इसके वीडियो भी वायरल कर दिए।
प्रशासन ने बनाई समिति
अंचल के सबसे बड़े अस्पताल समूह में चल रहे घटनाक्रम एवं अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने एडीएम ने चार सदयीय समिति गठित की है। इसमें अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरकेएस धाकड़, एसडीएम विनोद सिंह, सीएसपी इंदरगंज विजय सिंह भदौरिया एवं नगर निगम उपायुक्त मुकल गुप्ता को शामिल किया गया है। इसके साथ ही अस्पताल में पदस्थ मेडिकल स्टाफ की नियमित उपस्थिति को सुनिश्चित कराने को लेकर भी एक आदेश जारी किया गया है। वहीं दूसरी ओर अस्पताल के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के दखल पर एमटीए ने विरोध जताया है।
जेएएच अस्पताल के कुछ संगठन के लोग मेरे पास आए थे, उन्होंने मुझे ज्ञापन भी दिया। उनकी मांगों की जांच अब एडीएम व एसडीएम से कराई जाएगी। दीपक सिंह, संभागायुक्त