अस्पताल में सजाई चिता... पुलिस की समझाइश के बाद मुक्तिधाम पर अंत्योष्टि

अस्पताल में सजाई चिता... पुलिस की समझाइश के बाद मुक्तिधाम पर अंत्योष्टि

इंदौर। एमवाय अस्पताल में कान के ऑपरेशन के बाद गुरुवार को 16 वर्षीय प्रेम कश्यप की मौत हो गई थी। घटना से नाराज मृतक के परिजन एवं समाजजन ने शुक्रवार को मालवा मिल चौराहा पर शव रखकर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर प्रदर्शन किया। शव की चिता को परिजन एमवाय से सजाकर लाए थे।

प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की समझाइश के बाद मुक्तिधाम पर अंत्येष्टि की गई। परिजन का आरोप था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बच्चे मौत हुई है, इसलिए वे अस्पताल परिसर में ही बच्चे का अंतिम संस्कार करेंगे। दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं होने से वे परिसर में ही बच्चे की अंत्येष्टि करेंगे। बता दें, 16 वर्षीय प्रेम कश्यप की ऑपरेशन के बाद इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई थी। प्रेम की मौत के बाद परिजन ने एमवाय में हंगामा कर डॉक्टर यामिनी गुप्ता पर आरोप लगाया था कि प्रेम को गलत इंजेक्शन लगाने के 5 मिनट बाद ही उसका शरीर हरा पड़ गया था, जिससे उसकी मौत हो गई है। घटना के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए शव अरबिंदो अस्पताल ले गए थे। ऑपरेशन सफल होने की बात- अस्पताल प्रबंधक का कहना है कि ऑपरेशन सफल हुआ था।

इसके बाद मरीज एनेस्थीसिया के असर से बाहर भी आ गया था और उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। इसके एक घंटे बाद उसे रूटीन एंटीबायोटिक और पेंकिलर इंजेक्शन दिए गए। कुछ समय बाद मरीज का शरीर ठंडा पड़ने लगा, जिसको डॉक्टर ने देखा, तुरंत उसे रिससिटेट किया और आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। घटना दुर्भाग्यशाली है। अस्पताल प्रबंधक का यह भी कहना है कि कान के ऑपरेशन से मरीज की जान का कोई खतरा नहीं रहता। ये एक दुर्भाग्यशाली और दुर्लभ घटना है।

जांच कमेटी गठित, तीन दिन का दिया अल्टीमेटम

अखिल भरतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार ने बताया कि घटना के बाद एमजीएम कॉलेज अधिष्ठाता डॉ. संजय दीक्षित ने पांच सदस्यीय टीम गठित कर दी है, जो तीन दिवस में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। टीम तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करती है तो उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। घटना के बाद एमवाय अस्पताल में पुलिस बल पहुंच गया था। इमरजेंसी से लेकर वीआईपी गेट तक गार्ड तैनात करते हुए उन्हें सख्त हिदायत दी गई थी... किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाए।