डीन ने भेजा दस लाख की मानहानि का नोटिस निलंबित नर्स ने सिंधिया से लगाई गुहार
ग्वालियर। जीआरएमसी, जेएएच स्टाफ नर्स के बीच शुरू हुआ महासंग्राम थमने के बजाय और गहराता जा रहा है। आरोप-प्रत्यारोपों के बाद अब यह मामला भोपाल से लेकर दिल्ली तक पहुंच चुका है। हाल ही में इंदौर में पीसी कर डीन डॉ. अध्यक्ष निगम, अधीक्षक आरकेएस धाकड़ एवं पूर्व सहायक अधीक्षक पर आरोप लगाने वाली नर्स के साथ ही दो अन्य को 10 लाख रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है, इसके साथ ही सात दिनों का समय दिया है कि वह सार्वजनिक मंच पर माफी मांगें।
वहीं दूसरी ओर जीआरएमसी से कार्यमुक्त किए जाने वाली मप्र नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार ने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जीआरएमसी के डीन, अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों की शिकायत की है। छात्रों को चिकित्सीय शिक्षा एवं मरीजों को उपचार देने वाले जेएएच में पिछले कुछ दिनों से केवल और केवल राजनीति, आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ को हटाने की मांग से प्रारंभ हुए इस आंदोलन में अब डीन भी शामिल हो गए हैं। देखना यह है कि इस लड़ाई में आगे क्या- क्या और देखने को मिलेगा, दूसरी ओर बेचारे मरीज अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार की आस लगाए हुए हैं।
तीनों के आवंटन किए निरस्त, घर कराए खाली
जीआरएमसी प्रबंधन ने संगीन आरोप लगाने वाली नर्स पूनम सरनकर, मप्र नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार एवं ओमश्री यादव का आवंटन निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही पूनम सरनकर, ओमश्री यादव का घर भी खाली करा लिया है। अब देखना यह है कि मोर्चा खोलने वालों के खिलाफ आगे प्रबंधन और क्या कार्रवाई करता है।
नर्स ने पुलिस अधीक्षक को दिया आवेदन
हाल ही में इंदौर में प्रेसवार्ता कर डीन एवं संभागायुक्त एवं पूर्व सहायक अधीक्षक पर आरोप लगाने वाली नर्स पूनम सरनकर ने सोमवार को न्याय की गुहार लगाते हुए एसपी अमित सांघी को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में नर्स ने कहा है कि तीनों अधिकारियों द्वारा वासना का शिकार बनाने एवं मानसिक प्रताड़ना देकर सेवा के दौरान अमानवीय व्यवहार किया है। इस आवेदन में 19 प्वाइंट के माध्यम से आवेदिका ने अपनी बात कही है, साथ ही न्याय दिलाने की मांग की है।
सिंधिया ने मंत्री सारंग को लिखा पत्र- बोले करें कार्रवाई
नर्स रेखा परमार द्वारा केन्द्रीय मंत्री से कार्रवाई किए जाने की गुहार के बाद केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखा है, जिसमें लिखा है कि प्रदेश अध्यक्ष नर्सेस एसोसिएशन मप्र संयुक्त मोर्चा, मोर्चा अधिकारी, कर्मचारी संघों एवं कमलाराजा हॉस्पिटल ग्वालियर से पत्र प्राप्त हुआ है जो कि स्वत: ही स्पष्ट है इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाए और मुझे एवं आवेदक को भी अवगत कराएं।