सरवटे स्थित मंगलम होटल में मिला इत्र व्यापारी का शव
इंदौर। छोटी ग्वालटोली इलाके में स्थित होटल में इत्र व्यापारी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। वह होटल के कमरे में मृत अवस्था में पड़े मिले। मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि वह तीन दिन पहले होटल में रुके थे। पुलिस के मुताबिक सरवटे बस स्टैंड स्थित होटल मंगलम के एक कमरे से रविवार रात पशुपतिनाथ पिता गोकुलेश्वर मिश्रा (47) निवासी कन्नौद मृत अवस्था में मिले थे। शव को पीएम के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक व्यापारी ने रविवार को गेट नहीं खोला था। इस पर कर्मचारियों ने उन्हें आवाज दी। बाद में होटल के मैनेजर को जानकारी दी गई। इस दौरान मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस जब यहां पहुंची तो पशुपतिनाथ बिस्तर पर मृत पड़े थे।
पांच मई से रुके थे यहां
छोटी ग्वालटोली पुलिस के मुताबिक इत्र व्यापारी 5 मई को होटल में कमरा लेकर रुके थे। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है। घटना की सूचना कन्नौद में रह रहे व्यापारी के परिजनों को दी तो तुरंत वह इंदौर के लिए रवाना हुए और सोमवार सुबह इंदौर पहुंच गए। यहां पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। छोटी ग्वालटोली थाना प्रभारी राकेश मोदी का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही इत्र व्यापारी की मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पैदल जा रहे दो लोगों को मारी टक्कर, बाइक सवार की मौत
इंदौर बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक बाइक सवार ने पैदल जाने वाले दो लोगों को टक्कर मार दी, यही टक्कर मौत का कारण गई। दरअसल उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी। उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। बताया जाता है कि यदि हेलमेट पहना होता तो जान बच सकती थी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार रविवार को ग्राम बरदरी में रहने वाले अनिल पिता देवी सिंह सोलंकी बाइक पर सवार होकर गांव जा रहे थे। उसी दौरान बाणगंगा इलाके में पैदल जा रहे दो लोगों से उनकी बाइक टकराई। इसके बाद वे सड़क पर गिरे। सड़क सीमेंट की थी, उनके सिर में चोट लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने परिजनों को बताया कि उनके सिर में खून का थक्का जम गया है। वहां से उन्हें एमवाय रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अनिल खेती-बाड़ी करते थे। बाणगंगा पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि यदि अनिल ने हेलमेट पहना होता तो सिर में गंभीर चोट नहीं लगती और उनकी जान बच सकती थी।