समग्र आईडी से अटका प्रदेश के 76 हजार छात्रों की प्रोफाइल का डेटा
जबलपुर। प्रदेश के 76 हजार 476 विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट अटक सकता है। दरअसल, इन विद्यार्थियों की समग्र आईडी नहीं होने से इन विद्यार्थियों की प्रोफाइल अपडेट नहीं हुई है। सभी विद्यार्थी 5वीं और 8वीं कक्षा के विद्यार्थी हैं। सूत्रों की माने तो इन विद्यार्थियों का डेटा अपडेट नहीं होने के पीछे विभाग की लापरवाही है। इनमें ज्यादातर विद्यार्थी दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। लेकिन मप्र के शासकीय स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसमें वे स्टूडेंट्स भी शामिल हैं, जिन्होंने स्कूल तो बदला लेकिन लेकिन आईडी पुराने स्कूल में हैं, जहां से नए स्कूल में ट्रांसफर या अपडेट नहीं की गई है।
एक जनशिक्षा केंद्र पर बनेंगे तीन परीक्षा केंद्र
राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 5वीं, 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं 25 मार्च से शुरू होने जा रही है। जिसके प्रवेश पत्र इन दिनों शासकीय स्कूलों में वितरित होना शुरू हो गए हैं। इस बार एक जनशिक्षा केंद्र स्तर पर तीन परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। जबकि पिछली बार 50 बच्चों पर एक केंद्र बनाया था। वहीं तीन से अधिक केंद्र बनाने के लिए डीपीसी को विभाग से अनुमति लेना होगी। ज्ञात हो कि एक जनशिक्षा केंद्र स्तर पर न्यूनतम 30 व अधिकतम 40 स्कूल रहते हैं।
शासन को जानकारी मिलने से मचा हड़कंप
सूत्रों की माने तो शनिवार को जैसे ही शासन स्तर के अधिकारियों के पास इसकी सूचना पहुंची, वैसे ही आनन-फानन में पोर्टल को एक बार फिर ओपन कर दिया गया। रविवार को भी इस संबंध में शिक्षकों की एक ऑनलाइन मीटिंग आयोजित की गई थी। जिसमें आयुक्त ने निर्देश दिया रहा कि समग्र आईडी के कारण कोई भी विद्यार्थी परीक्षा से वंचित नहीं होगा, हालांकि रिजल्ट अटकने की शंका को उन्होंने भी स्वीकारा है।
मप्र के अन्य राज्यों से जो लोग मप्र में शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूलों में एडमीशन लिए हैं। उन विद्यार्थियों के पास समग्र आईडी नहीं होने से यह परेशानी आ रही है। जल्द ही विभाग कोई निराकरण निकालेगा। -डॉ. आरके स्वर्णकार,जेडी, शिक्षा विभाग