धर्मस्थलों और पर्यटन स्थलों पर थर्टी फर्स्ट पर उमड़ेगा लोगों का हुजूम
इंदौर। शहर के सभी प्रमुख धर्मस्थलों, चिड़ियाघर और पर्यटन स्थलों पर 31 दिसंबर को साल के अंतिम दिन जनसैलाब उमड़ेगा। लोगों की अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने ट्रैफिक पुलिस नया प्लान तैयार कर रही है। सुरक्षा व्यवस्था के माकूल इंतजाम किए जाएंगे। वहीं घरों, होटलों में भी लोग लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे। कुछ बड़ी होटलों में बुकिंग का दौर भी शुरू हो गया है। लोगों की भीड़ केवल अंतिम दिन ही नहीं, बल्कि नए वर्ष की अगवानी पर 1 जनवरी को भी रहेगी, जहां लोग जश्न मनाएंगे।
खजराना गणेश मंदिर
प्रसिद्ध आस्था के केंद्र खजराना गणेश मंदिर पर आमतौर पर रोजाना हजारों की संख्या में भक्तगण पहुंचते हैं। वर्ष के अंतिम दिन यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है। मंदिर में भक्तों के आने का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो जाता है, जो देर शाम तक चलता रहता है। भक्तों के आने और जाने को लेकर अलग-अलग मार्ग तय किए जाएंगे।
रणजीत हनुमान मंदिर
शहर के दूसरे बड़े धर्मस्थल रणजीत हनुमान मंदिर पर भी दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता है। मंदिर के बाहर सजावट की जा रही है। 31 दिसंबर पर उषानगर से द्वारकापुरी मार्ग के कुछ हिस्सों के ट्रैफिक के लिए बंद किया जाएगा। भक्तों की यही व्यवस्था अन्नपूर्णा, बिजासन मंदिर पर भी बनेगी। यहां भी हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
पितृ पर्वत पर मेला
गोम्मटगिरि के आगे पितृ पर्वत भी पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो चुका है। यहां आवागमन के साधन सुलभ होने से आमजनों का आने का क्रम बना रहता है। बजरंग बली की भव्य मूर्ति के दर्शन करने यहां 31 दिसम्बर को सुबह से लोग पहुंचने लगेंगे। भीड़ को देखते हुए मेला भी आयोजित होगा। कुछ लोग भोजन पार्टी का लुत्फ भी उठाएंगे।
पर्यटन स्थल
धर्मस्थल के अलावा युवा वर्ग और परिजन पर्यटक स्थल पातालपानी, तिंछाफाल, यशवंत सागर तालाब, गुलावट जाते हैं। सुबह से इन स्थानों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ जाती है। सुरक्षा को लेकर पर्यटन स्थलों पर पुलिस बल की विशेष व्यवस्था की जाएगी। पुलिस के साथ गोताखोर, तैराक, बचाव के संसाधन भी रहेंगे।
बल की रहेगी तैनाती
पर्यटन स्थलों पर संबंधित थाने का बल, पंचायत के सदस्यों के साथ रहेंगे। किसी को भी खतरनाक स्थल पर नहीं जाने दिया जाएगा। खतरनाक स्थल जाने वालों को सीधे जेल भेजा जाएगा। -राजेश हिंगणकर, डीआईजी ग्रामीण