नर्मदा का रौद्र रूप देखने दिन भर रही लोगों की भीड़

नर्मदा का रौद्र रूप देखने दिन भर रही लोगों की भीड़

जबलपुर। मौसम खुलते ही सैलानियों की भीड़ बरगी डेम के अलावा नर्मदा के प्रमुख तटों पर उमड़ पड़ी है। नर्मदा का रौद्र रूप देखने शनिवार अवकाश के चलते लोगों की भीड़ रही। पिछले 2 दिनों की अपेक्षा 5 अगस्त को बारिश का क्रम थम सा गया था। बीच-बीच में हल्की फुहारें चलतीं रहीं, और लोगों ने बारिश का भरपूर लुत्फ उठाया। बरगी डेम के गेटों की संख्या बढ़ने के साथ ही जल स्तर भी बढ़ गया है।

गौरतलब है कि मंडला-डिंडौरी क्षेत्र से बारिश के बाद बरगी बांध के 19 गेट से लगातार बड़ी जलधार नर्मदा में समा रही है। यहां सुबह तक की भी स्थिति कल जैसे ही थी। यानी जितना पानी बांध से छोड़ा जा रहा था, उससे अधिक जलराशि का पानी बांध में आ रहा है। बांध प्रबंधन की मानें तो अभी गेट बंद करने की स्थिति नहीं बनी है। माना जा रहा है कि दो-चार दिन में बारिश थमी रहने पर ही धीरे-धीरे गेटों की संख्या कम की जाएगी।

सभी तटों पर बढ़ा पानी

बरगी बांध के गेट खुलने के बाद नर्मदा के सभी तटों पर जलस्तर बढ़ गया है। सभी तटों पर पानी बढ़ने से प्रशासनिक अलर्ट है। गोताखोरों को लगातार घाट पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। भेड़ाघाट के समतल होने से धुआंधार बराबरी पर है। धुआंधार में न धुंआ दिख रहा है न ही धार। गौरीघाट में सारे घाट डूब चुके हैं। उमा घाट की सारी सीढ़िया डूब चुकीं हैं, और पानी सड़क पर आ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां- जहां से नर्मदा गुजर रहीं हैं, वहां- वहां बुरे हालात है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि भी लोगों से सावधान रहने की अपील कर रहे हैं।

हर नदी उफना रही

नर्मदा नदी, हिरन, गौर एवं रानी अंवतीबाई लोधी दायीं एवं बाईं तट परियोजना की नहरों में एकाएक बढी पानी की आवक से जन जीवन फिलहाल संकट में है। बताया जाता है कि अधिक पानी से धान की फसल में कोई नुकसान नहीं है, लेकिन गन्ना, सब्जी सहित अन्य फसलों में पानी से नुकसान होने की बात किसानों के बीच है। इसी तरह भारी बारिश के चलते सिहोरा, मझगवां, मझौली, कुंडम एवं मंडला मार्ग में कई गांव का संपर्क पानी के कारण टूट गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवार कच्चे जर्जर मकान में रहने वाले लोगों से मौसम खुलने तक मकान छोड़ने की अपील कर रहे हैं।

ऐसा है मौसम का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को 011.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। अगले 24 घंटे में संभाग के कई जिलों में हल्की तथा मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। वहीं दक्षिण-पश्चिमी हवाएं 5 से 6 किमी की गति से चलेंगी। शनिवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री रहा जो सामान्य से 3 डिग्री कम बताया गया है। वहीं न्यूनतम तापमान भी 23.1 डिग्री रहा जो सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। मौसम विभाग के मुताबिक अभी तक लगभग 36 इंच यानि 900.4 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है।

बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हालात सामान्य, सफाई, भोजन की कराई व्यवस्था

जिन इलाकों में बारिश के दौरान बाढ़ की स्थिति थी वह शनिवार सुबह ही सामान्य होना शुरु हो गई। कलेक्टर सौरभ सुमन ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वह अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करें और वहां पर जो भी राहत कार्य है उसे करें, आमजन को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।

बताया जा रहा है कि सिंगलदीप समेत अन्य ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई थी। शुक्रवार को स्थिति का जायजा लेने के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन और एसपी टीके विद्यार्थी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।

सुबह से सफाई कराकर उपलब्ध कराया गया भोजन

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कीचड़ और गंदगी हो गई थी। जहां पर निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम ने निर्देश देते हुए वहां सफाई कराई और बाढ़ में फंसे लोगों के लिए खाने का इंतजाम भी कराया। इसका अपडेट लगातार कलेक्टर ले रहे थे। साथ ही मौके पर किए गए कार्यों की फोटो और वीडियो भी कलेक्टर श्री सुमन ने अधिकारियों से भेजने को कहा।