रात भर रही श्रद्धालुओं की भीड़, विसर्जन कुंड के काम में आई तेजी
जबलपुर। गणेशोत्सव पर्व संस्कारधानी में चरम पर पहुंच गया है। सोमवार से श्रद्धालुओं का प्रतिमा दर्शन के लिए रतजगा शुरू हो गया है। वहीं विसर्जन कुंड जाने वाले मार्ग के कार्य में भी तेजी आई है। शहर के हृदय स्थल तीन पत्ती से 28 सितंबर को चल समारोह निकाला जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस बार शहर के प्रमुख पंडालों में बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं आकर्षण का केन्द्र बनी हैं। वहीं सदर क्षेत्र, गढ़ा के महाराजा, गौतम मढ़िया में झूले पर सवार भगवान गणेश की प्रतिमा आकर्षण का केन्द्र बनी है। वहीं हर वर्ष की तरह अंकुर गणेशोत्सव समिति कोतवाली में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
घरों में धार्मिक आयोजन
गणेशोत्सव पर कई परिवारों द्वारा अखंड मानस पाठ की परंपरा है। इसके चलते घरों से लेकर पंडालों तक गणपति भक्ति की धूम है। आज से तीन दिन तक गणेश जी के दर्शनों के लिए रात भी जागेगी। भक्तों का अपना उत्साह है। पर्व में दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस सतर्क है। परिवारों में बच्चों-महिलाओं के अलग प्लान बन रहे हैं। समितियों ने भंडारों के भी इंतजाम कर रखे हैं। कुल मिला के आज से तीन दिन तक शहर पूरी तरह फेस्टीवल मूड में रहेगा। गणेश समितियों ने हर साल की तरह इस बार भी अलग-अलग ट्रेंड में गजानन की प्रतिमाएं स्थापित की हैं। घमापुर चौक के आसपास भी गणेश प्रतिमाएं सुंदर, हनुमानताल, खेरमाई मंदिर करीब, दमोहनाका के पास, बल्देबाग, विजय नगर, कांचघर, लालमाटी राम मंदिर, रांझी, गढ़ा क्षेत्र, सदर बाजार, रसल चौक के पास भी गणेश भगवान की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं जहां श्रद्वालुगण दर्शनाथ पहुंच रहे हैं।
मालवीय चौक रहा आकर्षण का केन्द्र
शहर के मालवीय चौक पर 22 फीट ऊंची भगवान गणेश जी की मूर्ति को विराजित किया है। जबलपुर स्वस्तिक गणेश उत्सव समिति ने जबलपुर में पहली बार मालवीय चौंक पर गणेश जी मूर्ति की स्थापना की है, जो कि हूंबहूं मुंबई के लालबाग के बादशाह जैसे है। रोजाना रात को आरती के समय सैकड़ों भक्तों की भीड़ लगती है। स्वस्तिक गणेश उत्सव समिति के अध्यक्ष सुधांशु गुप्ता ने बताया कि मालवीय चौक में पहली बार भगवान गणेश लालबाग के बादशाह के तर्ज में मालवीय चौक में स्थापित की गई है।